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Friday 28 March 2014 08:41:25 PM
नई दिल्ली। चिट्ठी पत्री के साथ अब भारतीय डाक विभाग चुनाव प्रचार सामग्री भी मतदाताओं तक पहुंचाएगा, वो भी बेहद कम खर्चे में। डाक विभाग यह सेवा 'डायरेक्ट पोस्ट' नामक सेवा के अंतर्गत देगा, जिसके तहत बिना पता लिखी डाक को लक्षित जनता के दरवाजे तक पहुंचाया जाता है। उत्पादन, निर्माण और सेवा क्षेत्र के निजी या सरकारी संस्थान ही नहीं, बल्कि राजनैतिक दल भी प्रचार के लिए इसका सहारा ले सकते हैं। ज्ञातव्य है कि भारतीय डाक विभाग की देश-विदेश के लिए और भी कई जनउपयोगी सेवाएं चल रही हैं, जो बाजार के साथ स्पर्धा में हैं और लोग उनका बराबर लाभ उठा रहे हैं।
मसलन किसी कंपनी को अपने उत्पादों की खासियत उपभोक्ताओं तक पहुंचानी या फिर कोई धार्मिक-सामाजिक संस्था अपनी बात लोगों तक पहुंचाना चाहती है तो उसके लिए डायरेक्ट पोस्ट एक सशक्त माध्यम है। इसके जरिये पर्चे, प्रचार, साहित्य, अपीलें, सीडी और कैसेट भी मनचाहे क्षेत्रों में लोगों तक पहुंचाने का दायित्व डाक विभाग ने लिया है। इस सेवा का लाभ लेने से पहले संबंधित संस्थान या व्यक्ति को कुछ शर्तों का पालन सुनिश्चित करना होगा। जैसे-भेजने वाला निश्चित पते पर सामग्री नहीं भेज सकता, बस उसे इतनी छूट होगी कि वह क्षेत्र निर्धारित कर दे। वही सामग्री स्वीकार की जायेगी जो इंडियन आफिस एक्ट-1898 और इंडियन पोस्ट आफिस रुल्स 1933 में निषिद्ध नहीं की गयी है।
डायरेक्ट पोस्ट सेवा में विभाग 1,000 से कम संख्या में सामग्री स्वीकार नहीं करेगा। एक जिले में अर्थात स्थानीय वितरण कार्य के लिए डेढ़ रुपये प्रति नग और अन्य जगहों के लिए 2 रूपयेप्रति 20 ग्राम की दर से शुल्क वसूला जायेगा। बीस ग्राम से अधिक वजन होने पर प्रति 20 ग्राम तक 1 रूपये ज्यादा चार्जदेने होंगे। शर्त यह भी है कि सामग्री का आकार ए-3 से अधिक न हो। गौरतलब है कि अक्सर कॉलेज, चौराहे या प्रमुख बाजारों में थोक के भाव पब्लिक में पंफलेट आदि बांटे जाते हैं, बमुश्किल ही वह उस वर्ग विशेष तक पहुंच पाती है, जिसके लिए उसे तैयार किया गया होता है। डाक विभाग की डायरेक्ट पोस्ट सेवा इसी खामी को दूर करते हुए लक्षित समूह तक प्रचार सामग्री को पहुंचाएगी।