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नई दिल्ली। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और अमृतसर लोकसभा सीट से भाजपा-अकाली दल के प्रत्याशी अरूण जेटली ने चुनाव प्रचार डायरी में भाजपा के घोषणा-पत्र और विदेशी निवेश पर बोलते हुए कहा है कि अगली सरकार के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती भारतीय अर्थव्यवस्था को संभालने की होगी, यूपीए सरकार को 8.5 प्रतिशत विकास दर विरासत में मिली थी, वह 4.5 प्रतिशत विकास दर छोड़कर जाएगी, अर्थव्यवस्था को संभालने और आर्थिक गतिविधियों का विस्तार करने के लिए निवेश की जरुरत पड़ेगी, निवेश घरेलू और विदेशी दोनों तरह से होना चाहिए।
अरूण जेटली ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश संसाधन में अतिरिक्त निवेश को शामिल करना है, बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में जहां घरेलू संसाधन अपर्याप्त हैं, एफडीआई महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, लेकिन प्रत्येक क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एफडीआई की बेहद सावधानी से इजाजत दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ क्षेत्रों में एफडीआई को प्रोत्साहन देगी, लेकिन मल्टी ब्रांड रिटेल में वह इसके खिलाफ है, कृषि के बाद असंगठित रिटेल सबसे बड़ा नियोक्ता है, भारत में चार करोड़ लघु रिटेल प्रतिष्ठान हैं, जो भारत की आबादी के करीब छठे हिस्से की सहायता करते हैं, बड़े अंतर्राष्ट्रीय समूहों के मल्टी ब्रांड रिटेल से बड़ी संख्या में रिटेल नौकरियां चली जाएंगी, जिससे निर्माण क्षेत्र को नुकसान होगा।
भाजपा नेता ने कहा कि भारत विदेशी स्वामित्व वाले ऐसे स्टोर्स का खतरा मोल नहीं ले सकता, जहां चीनी सामान बिके, छोटे रिटेल प्रतिष्ठानों का सफाया कर देने से ग्राहकों के पास विकल्प कम हो जाएंगे, दुनिया में कहीं भी अंतर्राष्ट्रीय रिटेलर ने किसानों अथवा उत्पादकों को संपंन नहीं किया है, बिचौलियों को खत्म करने का लाभ पूरी तरह केवल मल्टी ब्रांड रिटेलरों को मिलेगा। उनका कहना था कि अमृतसर जैसे शहर में जहां लोग बड़े पैमाने पर व्यापार पर निर्भर करते हैं, थोड़े से मल्टी ब्रांड रिटेल प्रतिष्ठान व्यापारिक समुदाय के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं, मैं अमृतसर के व्यापारी समुदाय पर मल्टी ब्रांड रिटेलर का क्या प्रभाव पड़ेगा, इस बारे में बहस के लिए कांग्रेस पार्टी को चुनौती देता हूं।
अरुण जेटली ने कहा कि अमृतसर के सभी होटल मालिकों के साथ उनकी बहुत अच्छी बातचीत हुई, विषय था-अमृतसर में पर्यटन का विस्तार। उन्होंने कहा कि मैंने होटल मालिकों के समक्ष सुझाव रखे कि अमृतसर हमेशा पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान रहेगा, जिसके लिए यहां रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण, सड़कों और राजमार्ग विकास कार्यक्रम को पूरा करने तथा कुछ और सीधी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरु करने की जरुरत है, शहर के अंदर और उसके आसपास के स्मारकों को संरक्षित करने की जरुरत है, पर्यटन की दृष्टि से कुछ और स्थानों जैसे खालसा कॉलेज का दौरा करने की व्यवस्था की जानी चाहिए, फूड स्ट्रीट बनाने, होटलों पर मुनासिब कर लगाने, होटलों और कमरों की संख्या बढ़ाने से काफी मदद मिल सकती है, पर्यटन बुनियादी ढांचा और अन्य आकर्षण जैसे मनोरंजन पार्क बनाने से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि आमतौर पर स्वर्ण मंदिर आने वाले पर्यटक एक दिन के बजाय दो रात रुकेंगे, शहर में आने वाले पर्यटकों की संख्या अपने आप दोगुनी हो जाएगी, इससे होटल मालिकों, व्यापारियों, परिवहन सुविधा प्रदाताओं, रेस्तराओं, ढाबों और पर्यटन के आकर्षण के सभी स्थलों को मदद मिलेगी, अमृतसर को इन सब बारे में सोचना चाहिए।