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Tuesday 10 June 2014 03:33:50 PM
नई दिल्ली। शहरी विकास, हुपा और संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के संसद के संयुक्त सत्र में अभिभाषण का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने अभिभाषण में ब्रांड इंडिया को बढ़ावा देने के लिए नई सोच और दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित किया है। एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि इस संबोधन में नए विषयों का शामिल किया गया है। अभिभाषण में नरेंद्र मोदी सरकार के मजबूत, आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी भारत निर्माण का उद्देश्य और उचित कार्रवाई के जरिए विश्व में भारत को समुचित स्थान दिलाने के बारे में कहा गया है। नई दिल्ली में एक वक्तव्य में वैंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नई सरकार की सोच को दर्शाता है, यह समस्याओं, प्राथमिकताओं और प्रस्तावित कार्यवाहियों का एक स्पष्ट सूची पत्र है और हाल के लोकसभा चुनाव में लोगों के जनादेश की सही व्याख्या करता है।
वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में 'हर खेत को पानी' वाले आदर्श वाक्य के साथ प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के जरिए किसानों को पानी उपलब्ध करवाने के एनडीए सरकार के किसान हित के कदमों को प्रतिबिंबित किया गया है। अभिभाषण में एनडीए सरकार के राष्ट्र निर्माण में समाज के गरीब वर्गों और सभी अल्पसंख्यकों की सच्ची भागीदारी के साथ राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य को भी प्रतिबिंबित गया है। वैंकैया नायडू ने कहा कि आर्थिक विकास का लाभ कमजोर वर्गों और सभी अल्पसंख्यकों तक पहुंचाने की सरकार की वचनबद्धता भी राष्ट्रपति के अभिभाषण में शामिल की गई है। अभिभाषण में एनडीए सरकार द्वारा पूर्ववर्ती सरकार की समस्याओं और चुनौतियों तथा देश की अर्थव्यवस्था को वापस रास्ते पर लाने के लिए सुधारवादी कदम सुझाए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ब्रांड इंडिया को बढ़ावा देने के लिए नई सोच और नए दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है, इस दिशा में कुछ बिंदु इस प्रकार हैं-सुशासन के जरिए विकास, न्यूनतम सरकार और उच्चतम प्रशासन, गरीबी उपशमन के बजाय गरीबी उन्मूलन करना, ग्रामीण-शहरी विभाजन के स्थान पर शहरी भारत, युवा विकास के विपरीत युवा नेतृत्व का विकास, कौशल युक्त भारत, केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग के साथ टीम भारत, डिजिटल भारत, ईं-गवर्नेंस के जरिए सशक्तिकरण, साम्यता और कार्य कुशलता, निष्पक्ष और स्वतंत्र नीति, निर्माण क्षेत्र में मजदूरों को प्रोत्साहन, विश्वस्तरीय निवेश उपलब्ध कराना और औद्योगिक क्षेत्र, बंदरगाह आधारित विकास ई-भाषा के जरिए साहित्य, इतिहास और संस्कृति का संवर्द्धन आदि।
शहरी विकास और हुपा के बारे में राष्ट्रपति ने बढ़ते शहरीकरण को चुनौती के बजाय स्पष्ट रूप से एक अवसर बताया। सरकार विश्वस्तरीय सुविधाओं और एकीकृत ढांचे वाले 100 स्मार्ट शहरों का निर्माण करेगी, हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने तक सभी शहरी लोगों के लिए पक्के घर बनाने के लिए वचनबद्ध हैं, जिनमें पानी, शौचालय 24 घंटे बिजली आपूर्ति होगी, भी अभिभाषण में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। राष्ट्रपति ने देश में मजबूत और स्थिर सरकार के गठन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इससे देश को प्रभावी नेतृत्व मिल सकेगा।