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Friday 18 January 2013 05:01:38 AM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि ग्रेटर नोएडा में नवनिर्मित चिकित्सा विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष की कक्षाएं आगामी शैक्षिक सत्र 2013-14 में प्रारंभ हो जानी चाहिएं, जिसके लिए समय से आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करा ली जाएं। प्रथम वर्ष के पठन-पाठन, वेतन आदि उपकरण तथा अवस्थापना संबंधी सुविधाओं पर होने वाला व्यय ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा। शैक्षिक सत्र 2014-15 के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरण हो जाने के फलस्वरूप विभागीय बजट से व्यय की धनराशि वहन की जायेगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि नोएडा में स्थापित मल्टी सुपर स्पेशिलिटी संस्थान को पोस्ट ग्रेजुएट सुपर स्पेशिलिटी बाल चिकित्सालय एवं शैक्षिक संस्थान के रूप में विकसित करने का कार्य आगामी 30 अप्रैल तक प्रत्येक दशा में पूर्ण हो जाना चाहिए, जिसके लिए मासिक लक्ष्य निर्धारित कर विभागीय उच्चाधिकारियों से निरंतर अनुश्रवण कर कार्यों को गुणवत्ता एवं निर्धारित मानक के साथ कराया जाए। लखनऊ में अपने कार्यालय में हुई नोएडा/ग्रेटर नोएडा में चिकित्सा विश्वविद्यालय, मल्टी सुपर स्पेशिलिटी संस्थान को पोस्ट ग्रेजुएट सुपर स्पेशिलिटी बाल चिकित्सालय एवं शैक्षिक संस्थान के रूप में विकसित किए जाने तथा जिला चिकित्सालय आदि के निर्माण के संबंध में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि नोएडा में सामान्य चिकित्सा के साथ-साथ सुपर स्पेशिलिटी की सभी सुविधाएं तथा ट्रामा सेंटर की स्थापना का कार्य शीघ्र पूर्ण कराने हेतु कार्ययोजना के तहत तकनीकी सलाहकार की नियुक्ति आदि की विस्तृत रिपोर्ट एक सप्ताह में प्रस्तुत की जाए।
जावेद उस्मानी ने यह भी निर्देश दिए कि इन संस्थानों के संचालन हेतु आवश्यक उपकरणों, भवन तथा स्टाफ एवं विशिष्टियों के निस्तारण हेतु शासन की अलग-अलग समितियों की रिपोर्ट का परीक्षण कर तत्काल सक्षम स्तर से निर्णय प्राप्त कर लिया जाए, ताकि आवश्यक उपकरणों की खरीद के साथ-साथ आवश्यकतानुसार पदों के सृजन की कार्यवाही यथाशीघ्र पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अगले एक माह के बाद की प्रगति की समीक्षा पुनः की जायेगी। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा जेपी शर्मा, सचिव औद्योगिक विकास संजय प्रसाद सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।