स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 24 September 2014 10:01:35 PM
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा है कि प्रधानमंत्री बनने के लगभग चार महीने बाद अपने पहले टीवी इंटरव्यू में नरेंद्र मोदी ने यह स्वीकारा है कि भारतीय मुसलमान देशभक्त हैं और वे देश के लिये जीते-मरते हैं। मायावती ने कहा है कि इनका यह बयान पूरी तरह से राजनीतिक स्वार्थपूर्ण है। मायावती ने सवाल किया है कि उनका अपना, उनकी पार्टी एवं उनके सहयोगी संगठनों का आचरण व्यवहार ठीक इस बयान के विपरीत क्यों है, उन लोगों का संपूर्ण व्यवहार सदैव ही मुस्लिम-विरोधी क्यों रहा है, जो आज भी जारी है।
मायावती ने एक बयान में कहा कि नरेंद्र मोदी की पार्टी भाजपा, आरएसएस एवं इनके अन्य सभी सहयोगी संगठनों के लोग नफरत, वैमनस्य व सांप्रदायिकता का ज़हर फैलाने जैसे विभाजनकारी कार्य करने के साथ-साथ संकीर्ण राष्ट्रवादी होने के आरोपी रहे हैं, परंतु भाजपा के केंद्र की सत्ता में आ जाने के बाद उन लोगों का घृणित व्यवहार और भी ज्यादा बढ़ गया है, जिससे भारत की सौम्य व सहिष्णुता की भावनाएं काफी प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, सत्ता के शीर्ष पर बैठे लोगों ने अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को ठीक ढंग से नहीं निभाकर ऐसे घोर हिंदुत्ववादी तत्वों को हर प्रकार से खुली छूट दी जाती रहने से लोगों की चिंता बढ़ी है, इसके खिलाफ पुरज़ोर आवाज़ भी उठ रही है। उन्होंने कहा कि वैसे भी गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों की सुरक्षा व कल्याण के संबंध में नरेंद्र मोदी का अत्यंत ही खराब रिकार्ड रहा है, वह देश व दुनिया से कोई छिपा हुआ नहीं है, इस संबंध में समकालीन इतिहास इतना भयावह व दर्दनाक है कि उसको कोई भूलना भी चाहे तो उसे भुला पाना मुश्किल ही नहीं, बल्कि असंभव है, इतिहास किसी को माफ नहीं करता, इस संबंध में लालकृष्ण आडवाणी की नज़ीर लोगों के सामने है।
मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह बात भी याद रखनी चाहिए कि उन्हीं की पार्टी के लोग हैं, जो भारतीय मुसलमानों के प्रति हर प्रकार से नफरत, तनाव व दहशत फैलाने का काम हमेशा से करते रहे हैं और दंगा फैलाकर व्यापक जान-माल की हानि का घोर ग़ैरकानूनी काम करने के भी अभियुक्त हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय मुसलमानों की देशभक्ति के संबंध में जो कहा है, इसकी सत्यता पर लोगों का शंकित होना स्वाभाविक है, यह बात उनके व उनकी पार्टी के स्वभाव से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती है, खासकर इन बातों के संबंध में भाजपा और उसकी सरकार की कथनी व करनी में काफी ज्यादा अंतर और अंतर्विरोध हर तरफ झलकता है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी यह बयान देते हैं और दूसरी तरफ उनकी पार्टी की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग लखनऊ में छात्राओं की कार्यशाला आयोजित कर 'लव जिहाद' जैसे नफरत फैलाने व अन्य विभाजनकारी मुद्दों को लेकर देश के माहौल को खराब करने का काम करते हैं, इसलिए ऐसी बातों से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बोलते हैं वे अधिकतर राजनीति से प्रेरित स्वार्थपूर्ण बातें ही होती हैं।