स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 8 November 2014 04:06:35 AM
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो दिन की वाराणसी यात्रा के दौरान डीजल लोकोमोटिव वर्क्स (डीएलडब्ल्यू) में ठहरे। अपनी यात्रा के समापन पर आगुंतक पुस्तिका में उन्होंने टिप्पणी की कि डीएलडब्ल्यू में प्रवास के दौरान उनके बचपन की वे यादें ताजा हो गईं, जब रेल और रेलवे स्टेशनों के साथ उनका गहरा संबंध था। प्रधानमंत्री ने यात्रियों और रेल के डिब्बों की यादों के बारे में बताया और कहा कि उनके लिए यह कैसा भावुक अनुभव था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डीएलडब्ल्यू के कर्मयोगियों को धन्यवाद दिया और कहा कि वे अब यहां आते रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बचपन की यादों से नए संकल्प और नई संभावनाओं की राह मिलेगी, मां गंगा के प्रेम और आशीर्वाद से हमारा देश और हमारे विचार निर्मल बनें। प्रधानमंत्री की लेखनी का मूल हिंदी पाठ इस प्रकार है-
'बचपन से ही मेरा नाता रेल्वे से रहा, रेल्वे स्टेशन से रहा, रेल के डिब्बे से रहा। कल से मैं यहीं डीएलडब्ल्यू के परिसर में ठहरा हूं। चारों तरफ रेल्वे के माहौल ने मुझे मेरे बचपन से जोड़ दिया। शायद पहली बार पूरा समय बचपन, वो रेल के डिब्बे, वो यात्री, सब-कुछ मेरी आंखों के सामने ज़िंदा हो गया। वे यादें बहुत ही भावुक थीं। यहां सबका अपनापन बहुत भाया। सभी कर्मयोगी भाइयों को धन्यवाद। अब तो मुझे बार बार यहां आना होगा। फिर बचपन की स्मृतियों के साथ नए संकल्प, संभावनाएं बनेंगी। माँ गंगा का प्यार और आशीर्वाद हमारे देश को निर्मल बनाए, हमारी सोच को निर्मल बनाए यही प्रार्थना।'