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Tuesday 22 January 2013 06:02:08 AM
मुंबई। नई दिल्ली स्थित केंद्रीय उत्पाद शुल्क खुफिया (मुख्यालय) महानिदेशक ने मुंबई के मैसर्स टॉप्स सिक्योरिटी लिमिटेड के खिलाफ सेवा कर चोरी का मामला दर्ज किया है। टॉप्स सिक्योरिटी समूह के 41 कार्यालयों में की गई तलाशी के दौरान यह पता चला कि यह समूह अपने ग्राहकों से देय सेवा कर से संबंधित चालान प्राप्त कर रहा था, लेकिन इस कर को सरकारी खाते में जमा नहीं कर रहा था। इस प्रकार सेवा कर चोरी और इस पर प्राप्त ब्याज को मिलाकर यह राशि लगभग 90 करोड़ रुपए है।
मैसर्स टॉप्स सिक्योरिटी लिमिटेड के शाखा कार्यालय देश के विभिन्न हिस्सों में फैले हैं, जिसमें अलग-अलग सेवा कर पंजीकृत हैं। इन कार्यालयों में भी ग्राहकों से देय सेवा कर से संबंधित चालान प्राप्त किए जा रहे थे, लेकिन इसे सरकारी खाते में जमा नहीं कराया जा रहा था। सेवा प्रदाता ने 2007-08 से आगे के वर्षों के दौरान सेवा कर के उचित जमा में की गई कंपनी की धांधली को स्वीकार किया। इस संदर्भ में आगे की जांच जारी है। यह मामला सेवा कर चोरी के हालिया प्रचलन को उजागर करता है, जिसमें सेवा कर रसीद जारी की जाती है और कंपनी ग्राहकों से कर संग्रहित करती है, लेकिन उसे सरकार को नहीं चुकाया जाता है।