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Monday 23 March 2015 05:55:53 AM
अमृतसर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान से पूछा है कि वह आखिर सीमा के दोनों तरफ के हरे-भरे क्षेत्र को रक्तरंजित क्यों कर रहा है? वह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर कल पंजाब के अटारी में नए दर्शक दीर्घा का शिलान्यास करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। गृहमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और हम उसके साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान की ओर मित्रता का हाथ बढ़ाया था, लेकिन इसके जवाब में उसने हमें कारगिल दिया। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में भारत और पाकिस्तान दोनों के ही कई साहसी सैनिक और आम नागरिक मारे गए, लेकिन अंत में भारत की विजय हुई।
राजनाथ सिंह ने कहा कि कारगिल के बाद भी हमने पाकिस्तान की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया, लेकिन वह इसे सकारात्मक रूप से नहीं ले रहा है। गृहमंत्री ने अटल बिहारी वाजपेयी के उन शब्दों का जिक्र किया, जिनमें उन्होंने कहा था कि 'मित्र बदले जा सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदले जा सकते'। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सोचना चाहिए कि उसकी यह आतंकी गतिविधि कितने समय तक चलेगी? राजनाथ सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यकों के बीच भय का माहौल पैदा करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उनमें विश्वास पैदा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी मंदिर या मस्जिद अथवा अन्य धार्मिक स्थल पर हमले के बारे में कानून के तहत आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सरकार ने सीमाओं के विकास और उसकी मजबूती के लिए व्यापक योजना तैयार की है, ताकि कोई भी हमारी जमीन में प्रवेश न कर सके। गृहमंत्री ने कहा कि सरकार पाकिस्तान से 57 भारतीय मछुआरों की नौकाएं छुड़ाने में सफल रही है और यह नौकाएं 23 मार्च 2015 को पोरबंदर पहुंच जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस और केंद्रीय सैन्य बलों में महिलाओं की क्षमता बढ़ाकर 33 प्रतिशत करने का फैसला किया है। राजनाथ सिंह ने गुजरात के भुज से 24 फरवरी 2015 को शुरू हुई 'ऊँट सफारी' का भी अवलोकन किया और बीएसएफ की उन महिला जवानों का सम्मान किया जो 2,300 किलोमीटर की यात्रा कर यहां पहुंचीं। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।