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Wednesday 27 May 2015 04:01:28 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में किसानों को समर्पित भारत का पहला टेलीविजन चैनल 'डीडी किसान' लांच किया। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से किसानों को समर्पित दूरदर्शन के चैनल 'डीडी किसान' की लांचिंग पर उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए 'तहसील' को कृषि नियोजन एवं विकास की इकाई बनाने पर भी जोर दिया। नरेंद्र मोदी ने खाद्यान्न की उत्पादकता को प्रति हेक्टेयर 2 टन से बढ़ाकर 3 टन करने की जरूरत को रेखांकित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर देश को आगे ले जाना है तो गावों में तरक्की सुनिश्चित करनी होगी और अगर गावों में तरक्की सुनिश्चित करनी है तो ऐसे में कृषि क्षेत्र का विकास निहायत ही जरूरी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक समय कृषि सबसे पसंदीदा पेशा थी, लेकिन आगे चलकर इसका आकर्षण घटकर तलहटी पर आ गया। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन देकर और समुचित कदम उठाकर इस रुख को पूरी तरह पलटा जा सकता है। प्रधानमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रेरणा का स्मरण किया, जिन्होंने खाद्यान्न उत्पादन के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों को तहेदिल से प्रेरित किया था। उन्होंने कहा कि उसी प्रेरणा और जज्बे की फिर से जरूरत है, ताकि देश दालों एवं तिलहन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डीडी किसान चैनल के शुभारंभ समारोह के दौरान कृषि के प्रतीक के रूप में एक पौधा भी भेंट किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डीडी किसान चैनल पर हमेशा सजग रहते हुए मौसम, वैश्विक बाजारों इत्यादि में होने वाले बदलावों से किसानों को अवगत कराते रहना चाहिए, ताकि किसान पहले से ही उपयुक्त योजनाएं बना सकें और समय पर सही निर्णय ले सकें। उन्होंने ग्रामीण युवाओं को बड़े पैमाने पर कृषि से पुन: जोड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डीडी किसान चैनल प्रगतिशील किसानों के प्रयासों को सभी लोगों के सामने लाने का काम भी कर सकता है, ताकि उनके अभिनव कदमों को देशभर में आजमाया जा सके। प्रधानमंत्री ने किसानों से कृषि क्षेत्र के लिए त्रिआयामी अवधारणा अपनाने को कहा, जिनमें संतुलित खेती, पशुपालन और वृक्षारोपण शामिल हैं।
केंद्रीय कृषिमंत्री राधा मोहन सिंह ने इस अवसर पर कहा कि कृषि के समक्ष वर्तमान संकट और आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए किसान भाईयों, कृषि वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं को सदैव सजग रहना होगा। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधान कार्यों, नई-नई तकनीकियों, कृषि यंत्र व उपकरणों को आम किसानों तक समय से पहुंचाना सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि कृषि मंत्रालय में एक किसान चैनल सेल बनाया गया है, जो कृषि क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों खासतौर से किसान हितैषी योजनाओं और विभिन्न अनुसंधान कार्यों की सतत जानकारी डीडी किसान चैनल को उपलब्ध कराने का कार्य करेगा। इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौर, कैबिनेट सचिव अजीत सेठ और प्रसार भारती के अध्यक्ष डॉ ए सूर्य प्रकाश उपस्थित थे।