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Monday 28 January 2013 07:18:00 AM
मेरठ। एसटीएफ फील्ड इकाई, मेरठ ने थाना मेडिकल क्षेत्र से मादक दृव्यों की तस्करी में संलिप्त 4 लोगों को 80 किलो ग्राम चरस के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार लोगों में राम बालक पटेल पुत्र दशई निवासी ग्राम सिंगपुर हरीया थाना रक्सौल जिला मोतिहारी (बिहार), अरविंद पुत्र राम स्वरूप निवासी ग्राम बुटेर थाना भरथना जिला इटावा, सोना देवी पत्नी इनरदेव महतो निवासी बरईया टोला थाना आदापुर जिला मोतिहारी (बिहार), लक्ष्मी देवी पत्नी राम बालक पटेल निवासी ग्राम सिंगपुर हरीया थाना रक्सौल जिला मोतिहारी (बिहार) शामिल हैं। एसटीएफ ने इनसे 1.80 किलो ग्राम चरस, 2 मोबाइल फोन, 8,400 रुपए नकद, 120रुपए नेपाली मुद्रा और एक इंडिका गाड़ी की बरामदगी बताई है।
एसटीएफ के पास सूचनाएं थीं कि पश्चिमी उप्र में नेपाल से बिहार के रास्ते बड़े पैमाने पर चरस की तस्करी की जा रहीं है। इन सूचनाओं को विकसित कर पुलिस उपाधीक्षक अनित कुमार के नेतृत्व में फील्ड इकाई, मेरठ की टीम ने 27 जनवरी को मेरठ के थाना मेडिकल क्षेत्रांतर्गत काली नदी के पुल के पास इंडिका गाड़ी नंबर एचआर-16सी-1657 को रोककर तलाशी लिए जाने पर पिछली सीट के नीचे व पीछे बनाई गई विशेष केविटी से सेलो टेप में लिपटे पैकटों में लगभग 80 किलो परिशोधित चरस बरामद हुई। गाड़ी की तलाशी लेने पर गाड़ी के कागजातों के साथ नेपाल का बना हुआ भनसार भी बरामद हुआ, जो भारतीय गाड़ियों को नेपाल में प्रवेश करते समय बार्डर पर बनवाया जाता है।
पूछताछ में अरविंद ने बताया कि नेपाल के मीरगंज से राजन नामक व्यक्ति ने यह चरस, कैराना जिला-शामली भेजी है। कैराना पहुंचने पर राजन मोबाइल पर नेपाल से बात करता, राजन के आदमी का फोन कैराना से उसके पास आता तब तक वे गिरफ्तार हो गए। अरविंद ने यह भी बताया कि नेपाल से राजन के साथ कमल नाम का व्यक्ति भी यह धंधा करता है और साथ में गिरफ्तार तीनों व्यक्ति भी राजन के ही आदमी हैं। महिलाओं एवं राम बालक पटेल ने पूछताछ में बताया कि उनको राजन ने अरविंद के साथ भेजा है। ये लोग डिलीवरी देकर और पैसा लेकर बिहार होते हुए नेपाल चले जाते। कुछ पैसा उनको नकद मिलना था और बाकी डिलीवरी के बाद पैसा राजन के एकाउंट में कैराना से ही जमा कराया जाता।