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Monday 27 July 2015 06:54:52 AM
गुरदासपुर/ जम्मू। पंजाब में अकाली और भाजपा सरकार की नाक के नीचे 1995 के बाद पहली बार सोमवार 27 जुलाई को बड़ा आतंकवादी हमला हुआ। सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस खूनखराबे की सुनियोजित तैयारी थी और पंजाब के खुफियातंत्र को इसकी भनक तक नहीं लगी। पंजाब सरकार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के मुंह पर यह करारा तमाचा है और भाजपा के लिए एक सबक, जिसके बड़बोले गृहमंत्री राजनाथ सिंह को कुछ नहीं पता कि उनका गृह मंत्रालय कर क्या रहा है। बहरहाल इस घटनाक्रम से यह आशंका सच्चाई में बदल गई कि कश्मीर और पाकिस्तान के चक्कर में पंजाब में आतंकवाद की फिर से वापसी हो गई है। पंजाब की जनता पर पाकिस्तान के ड्रग्स के हमले तक को रोकने में पूरी तरह से नाकाम अकाली-भाजपा सरकार के सामने इस आतंकवाद को रोकने की चुनौती कठिन साबित होगी, क्योंकि अकाली सरकार ने राज्य में आतंकवाद जनित अनेक वारदातों की अनदेखी की है और इसके नेता जाने-अनजाने में अलगाववादी लोगों से भी मिलते-जुलते रहे हैं।
गुरदासपुर का आतंकवादी घटनाक्रम यह है कि पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने बॉर्डर से महज 15 किलोमीटर दूर पहले एक बस और फिर दीनानगर थाने पर हमला किया और फिर दीनानगर थाने में घुसकर फायरिंग करने के कुछ घंटे बाद विस्फोट भी किया। बताया जाता है कि आतंकवादियों ने रेल ट्रैक पर भी कई बम लगाए थे, लेकिन उन्हें समय रहते डिफ्यूज कर दिया गया। कहते हैं कि हमलावर दस्ते में एक महिला भी शामिल थी। सुबह पांच बजे यह हमला हुआ था जिसमें अब तक तेरह लोगों की मौत हो चुकी है, इनमें सात पुलिसवाले, दो कैदी और तीन आम नागरिक बताए जाते हैं। बताया गया है कि सेना ने इनमें से एक आतंकवादी को भी ढेर किया है। इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है, यात्रा के चलते सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है। बाहर से आने-जाने वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है और किसी पर भी शक होने पर उसे तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश भी जारी किए गए हैं।
राजौरी पूंछ में भी अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू से राजौरी और रजौरी से पूंछ एवं श्रीनगर की ओर जाने वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग हो रही है। जम्मू-पूंछ और राजौरी श्रीनगर नेशनल हाइवे पर पुलिस और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। राजौरी के एसएसपी डॉ हसीब मुग़ल ने बताया की राजौरी का इलाका कश्मीर को जोड़ता है और थानामंदी एवं मन्यलगली पर नाके हैं। सेना की वर्दी पहने आतंकवादियों के हमले के कारण दीनानगर में आज तड़के स्थानीय निवासियों की नींद गोलियों की आवाज़ों से खुली, आतंकवादी एक बस और एक पुलिस थाना परिसर पर हमला कर रहे थे। इसमें एक पुलिसकर्मी समेत पांच लोगों की मौत हुई। गुरदासपुर जिले के तीसरे सबसे बड़े शहर दीनानगर में पुलिस थाने के पास रह रहे अधिकतर लोग इस हमले की खबर फैलने के बाद घरों में ही रहे। लोगों ने टीवी के माध्यम से अपडेट होने की कोशिश की। यहां के कमलजीत सिंह मथारू ने बताया कि हमलावर सेना की वर्दी पहने थे और उन्होंने उस पर भी गोलियां चलाईं और उसके बाद उसकी मारुति कार छीन ली। कमलजीत सिंह मथारू उनकी गोली से घायल है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारी जतिंदर कुमार ने बताया कि उसे सुबह सवा छह बजे उसके मित्र ने फोन किया और उसके बाद वह अपने घर की ऊपर वाली मंजिल पर गया तो गोलियों की आवाज़े सुनाई दीं। उसने देखा कि जल्द ही पुलिस का एक बड़ा दल और उसके बाद सेना के जवान इलाके में पहुंच गए। दीनानगर पुलिस थाने से मात्र पांच सौ मीटर दूर और पठानकोट से करीब 25 किलोमीटर दूर है। सड़क किनारे ढाबे में आतंकवादियों ने एक व्यक्ति को मार डाला है। इलाके में रहने वाले नवल ने गोलियों की आवाज़ सुनी। उसने आतंकवादियों को कार ले जाते देखा। वे कार चलाते हुए गोलीबारी कर रहे थे। जो व्यक्ति मारा गया है, वह ढाबे में काम करता था। सुरक्षा बलों ने इलाके की तगड़ी घेराबंदी कर ली है चश्मदीद घटनाक्रम के बारे में एक-दूसरे को जानकारियां दे रहे हैं। जांच चौकियां स्थापित की गई हैं। पड़ोसी राज्य जम्मू कश्मीर के साथ सटी इस सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। भारत-पाकिस्तान सीमा की सुरक्षा करने वाला बीएसएफ हमले के बाद हाईअलर्ट पर है।