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Monday 10 August 2015 07:09:59 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 10 अगस्त 2015 को नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में भारत के चौथे राष्ट्रपति वराहगिरी वेंकटगिरी की जन्म वर्षगांठ पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और उन्हें नमन किया। राष्ट्रपति वराहगिरी वेंकटगिरी का जन्म बेहरामपुर ओड़िशा में हुआ था। वराहगिरी वेंकटगिरी अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में श्रमिक आंदोलन से जुड़े, इतना ही नहीं उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से बंगाल-नागपुर रेलवे एसोसिएशन की भी स्थापना की थी।
वराहगिरी वेंकटगिरी अपने विद्यार्थी जीवन से ही देश और देश के बाहर चल रहे स्वतंत्रता आंदोलनों का हिस्सा रहे। उनका व्यक्तित्व बेहद गंभीर था, वह एक अच्छे लेखक और कुशल वक्ता थे, जिन्होंने अपने जीवनकाल में श्रमिकों और मजदूरों के हितों के लिए कार्य किया। वीवी गिरी के नाम से विख्यात वराहगिरी वेंकटगिरी सिलोन में भारत के उच्चायुक्त नियुक्त किए गए। वे सन 1952 में पाठापटनम लोकसभा सीट का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। वीवी गिरी उत्तर प्रदेश, केरला, मैसूर में राज्यपाल भी रहे। वराहगिरी वेंकटगिरी को श्रमिकों के उत्थान और देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है।