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Wednesday 30 January 2013 09:17:36 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय जनजातीय कार्य और पंजायती राज मंत्री वी किशोर चंद्र देव ने बुधवार को दिल्ली हाट में राष्ट्रीय जनजातीय कला प्रदर्शनी आदिशिल्प का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने मेले में लगे 78 स्टॉलों पर जनजातीय कलाकारों से बातचीत भी की। उन्होंने कलाकारों के काम की सराहना करते हुए भागीदारों के काम करने के हालात, इस आयोजन से होने वाले फायदे और उनके पारंपरिक क्षेत्र में हो रहे नए कार्यों के बारे में भी जानकारी ली। सोलह दिनों तक चलने वाली इस कला प्रदर्शनी का आयोजन जनजातीय कार्य मंत्रालय के अधीन भारतीय विपणन विकास संघ-ट्राईफेड ने किया है।
प्रदर्शनी देश के जनजातीय कलाकारों पर केंद्रित है। प्रदर्शनी में लगभग दो दर्जन स्टॉल पूर्वोत्तर के राज्यों अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड और त्रिपुरा से आए कलाकारों के बनाए उत्कृष्ट और विभिन्न सामानों से पटे पड़े हैं। इस आयोजन का मुख्य लक्ष्य जनजातीय कलाकारों को उनकी पारंपरिक कला को प्रदर्शित करने के लिए मौका उपलब्ध कराना है। कल खत्म होने वाले ‘आदिशिल्प’ से ट्राईफेड को 75 लाख रुपए से अधिक के कारोबार होने की उम्मीद है।
ट्राईफेड के प्रबंधक निदेशक जीजी थामसन भी इस मौके पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि आदिशिल्प के आयोजन से जनजातीय कलाकारों को सीधे कला प्रेमियों से रूबरू होने का मौका मिला है। उन्होंने अपनी प्रतिभा शहरी लोगों को दिखाई और उनकी रूचियों और प्राथमिकताओं से भी अवगत हुए।