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Friday 01 February 2013 10:14:24 AM
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने प्रशिक्षित नर्सों की कमी तथा उनकी बढ़ती मांग को देखते हुए नर्सिंग कालेज तथा प्रशिक्षण संस्थानों को अपग्रेड कर बेहतर सुविधाएं प्रदान किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) लखनऊ में नर्सिंग कालेज के छठे स्थापना दिवस समारोह में उन्होंने कहा कि नर्सिंग हमारे स्वास्थ्य रक्षा तंत्र का एक महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा कि आयुर्विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे तकनीकी सुधारों का अधिकाधिक लाभ उठाया जाए। मुख्य सचिव ने स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। मुख्य सचिव एसजीपीजीआई के अध्यक्ष भी हैं।
मुख्य सचिव ने प्रदेश में स्वास्थ्य रक्षा तंत्र के लिए संसाधनों में पर्याप्त वृद्धि के संकल्प को दोहराते हुए स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इस क्षेत्र में आवश्यक योगदान करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा कि देश में आंकड़ों के अनुसार प्रति तीन डाक्टर पर केवल दो नर्सों की उपलब्धता है, जबकि विकसित देशों में एक डाक्टर के विपरीत तीन नर्सों की सेवाएं सुलभ होती हैं। संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में वर्ष 2008 में स्थापित किए गए नर्सिंग कालेज की स्थापना के पीछे यही भावना रही है कि प्रदेश को बेहतर ढंग से प्रशिक्षित नर्सों की उपलब्धता हो सके।
मुख्य सचिव ने नर्सिंग कालेज के स्थापना दिवस पर संस्थान को उसकी शैक्षिणिक, प्रशिक्षण तथा शोधपरक गतिविधियों के लिए बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि उससे नर्सिंग, तकनीकी एवं पैरामेडिकल स्टाफ की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने में योगदान प्राप्त होता रहेगा। उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की कि नर्सिंग के बीएससी छात्र-छात्राओं का यह बैच अपने क्षेत्र में बेहतर योगदान कर नाम कमाएगा। उन्होंने संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आरके शर्मा, डीन प्रोफेसर आरएन मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर पीके सिंह, देवी देव प्रधानाचार्य, नर्सिंग कालेज तथा संकाय सदस्यों को उनके बेहतर कार्यों के लिए बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि संस्थान ने आरंभिक रूप से एक वर्षीय नर्सिंग डिप्लोमा के रूप में कार्यरत कालेज को सन् 2010 में चार वर्षीय बीएससी डिग्री प्रदान करने वाले नर्सिग कालेज के रूप में उच्चीकृत किया है। वर्तमान में इसमें 3 बैच में 88 छात्र प्रशिक्षण ले रहे हैं।कालेज के तृतीय बैच के विद्यार्थियों ने दीप प्रज्जवलित कर विश्व प्रसिद्ध फलोरेंस नाइटेंगल को याद कर शपथ ली कि हम आजीवन मरीजों की निःस्वार्थ सेवा करेंगे और उनके दुःख एवं तकलीफों को अपनी सेवा से कम करने का अथक प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम में निदेशक पीजीआई, प्रोफेसर आरके शर्मा, डीन प्रोफेसर आरएन मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर पीके सिंह, देवी देव प्रधानाचार्य, नर्सिंग कालेज ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सरस्वती वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।