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Friday 15 April 2016 11:59:36 PM
नई दिल्ली। भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर को राष्ट्र ने उनकी 125वीं जयंती पर हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन के लॉन में उनकी प्रतिमा पर राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी, केंद्रीय मंत्री, बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत भी इस समारोह में उपस्थित थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के महू में उनके जन्मस्थान पर जाकर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की। राष्ट्र के निर्माण में बाबासाहेब के योगदान को याद करने के लिए देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। ग्राम पंचायतों में यह दिन सामाजिक सद्भाव दिवस एवं ग्रामोदय के रूप में मनाया गया। देश और समाज के प्रति उनके योगदान का साहित्य वितरित किया गया, उन पर परिचर्चाएं और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। देखने वाली बात यह रही कि देश के राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में अंबेडकर जयंती मनाने की होड़ थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर की 125वीं जयंती पर उनकी जन्मस्थली महू गए और उन्हें भावपूर्ण पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मैं डॉ अंबेडकर की वजह से प्रधानमंत्री बना हूं और उनके बनाए संविधान के फलस्वरूप मुझे ग़रीबों की सेवा का मौका मिला है। उन्होंने महू में एक सार्वजनिक सभा में ‘ग्राम उदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस शुभ दिवस पर महू में हैं। उन्होंने कहा कि डॉ अंबेडकर ने समाज में अन्याय के खिलाफ और समानता एवं सम्मान के लिए लड़ाई लड़ी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 24 अप्रैल 2016 तक चलने वाले ग्राम उदय से भारत उदय अभियान में गांवों में होने वाले विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस साल का केंद्रीय बजट किसानों और गांवों को समर्पित है, विकास की पहलों को ग्रामीण विकास पर केंद्रित होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार की कुछ महत्वपूर्ण विकास पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि 1000 दिन की समय सीमा के भीतर उन 18000 गांवों का विद्युतीकरण किया जा रहा है, जो बिजली की सुविधा से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि ‘गर्व’ एप के जरिए लोग इस लक्ष्य की प्राप्ति में हो रही प्रगति का अवलोकन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांवों में डिजिटल कनेक्टिविटी आवश्यक है। प्रधानमंत्री ने किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य का उल्लेख किया और कहा कि ग्रामीणों की क्रय क्षमता को निश्चित तौर पर बढ़ाना है, क्योंकि इससे भारत की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि पंचायती राज से जुड़े संस्थानों को और ज्यादा मजबूत एवं और ज्यादा जीवंत बनाया जाना चाहिए।