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Friday 08 February 2013 07:34:51 AM
कुंभ नगरी, इलाहाबाद। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल ने महा कुंभ में संत महासम्मेलन की चिंता से अपने को जोड़ते हुए कहा है कि भगवान श्रीराम और गोपाल कृष्ण तथा तीर्थंकरों की पावनी धरा पर आज भी सूर्योदय के साथ प्रतिदिन 50 हजार गोवंश की हत्या हो रही है। हिंदू समाज गोमाता को पूजनीय व सब देवों को धारण करने वाली माता मानकर उसके प्रति श्रद्धा और भक्ति भाव रखता है। हिंदू शास्त्रों में ‘गावः सर्वसुखप्रदाः’ कहा है। गोवंश की रक्षा की मांग हिंदू समाज लंबे समय से कर रहा है। स्वतंत्रता आंदोलन के समय बाल गंगाधर तिलक ने व महात्मा गांधी ने गो हत्या बंदी की बात कही थी, परन्तु गांधी का नाम लेकर राजनीति करने वाली कांग्रेस ने गो हत्या बंदी की मांग करने वाले संतों और भक्तों पर 7 नवंबर, 1966 को गोलियां चलाकर मौत के घाट उतारने का पाप किया है। संत महासम्मेलन हमेशा इस गो हत्यारी सरकार की घोर निंदा करता है।
केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल ने एक प्रस्ताव में कहा है कि कांग्रेस, हिंदू समाज को लंबे काल से प्रताड़ित करती रही है, हिंदू समाज भारत माता की जय, वंदेमातरम् बोलता रहा तो इस कांग्रेस ने भारत को विभाजित कर एक शत्रु राज्य पाकिस्तान का निर्माण किया है। हिंदू समाज गोरक्षा, गोसंवर्धन की बात करने लगा तो उसने लगभग 4500 यांत्रिक कत्लखाने खोलकर गो हत्या की गति बढ़ाने का कार्य किया है। यांत्रिक कत्लखानों के अलावा लगभग 36 हजार रजिस्टर्ड कत्लखानों को भी सरकार ने पूर्व से ही अनुमति दे रखी है। गोवंश का नाम मिटाने के लिए प्रतिदिन तस्करी से 25-30 हजार गोवंश बंगलादेश को जा रहा है, न केंद्रीय सरकार और न राज्य सरकारें इस दिशा में विशेष चिंतित हैं। यदि यही क्रम चलता रहा तो आने वाले कुछ वर्षों में भारत में गोवंश का दर्शन ही दुर्लभ हो जाएगा।
केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल ने कहा है कि आज की भारत सरकार गोवंश की हत्या करके गोमांस विदेशी राष्ट्रों में बेचकर पाप के डॉलर एकत्रित करने वाली सरकार है। यह संत महासम्मेलन रोष पूर्वक केंद्र व राज्य सरकारों को चेतावनी देता है कि गोवंश रक्षा का केंद्रीय कानून का निर्माण करो और अविलंब सभी यांत्रिक कत्लखानों को बंद करने का आदेश दो। यदि सरकार शीघ्रता से इस दिशा में सक्रिय नहीं हुई तो एक अभूतपूर्व जन ज्वार उठेगा, जो गो हत्यारी कांग्रेस सरकार को धूल चटाएगा।