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Friday 08 February 2013 07:36:46 AM
कुंभ नगरी, इलाहाबाद। महाकुंभ प्रयागराज में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्यस्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के शिविर में संत समागम में देश के करीब 38 बड़े संतों ने भाग लिया और देश के ज्वलंत मामलों पर प्रकाश डालते हुए कई प्रस्ताव पारित किए। प्रस्तावों में प्रधानमंत्री से केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को बर्खास्त कर हिंदुओं से माफी मांगने की मांग, कांग्रेस की निंदा और भर्त्सना, गोवंश की हत्या बंद करो। गंगा बचाओ नहीं तो संतो का बड़ा आंदोलन। नारी पर अत्याचार व दुराचार की निंदा और वर्मा कमेटी की अनुशंसाओं को पूर्णरूप से लागू करने की मांग शामिल है। संत महासम्मेलन की अध्यक्षता कांची कामकोटि पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्यस्वामी जयेंद्र सरस्वती ने की।
संत महासम्मेलन में ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती पेजावर पीठाधीश्वर मध्वाचार्य स्वामी विश्वेशतीर्थ, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य, महंत नृत्यगोपालदास,जगद्गुरु शंकराचार्यस्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती, स्वामी माधवप्रियदास, जीयर स्वामी, जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामाधराचार्य, आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वदेवानंद,आचार्य महामंडलेश्वरस्वामी विश्वेश्वरानंद, महंत आदित्यनाथ, स्वामी रामबिलासदास वेदांती, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य,जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य, महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती, महामंडलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर वेद भारती, महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि, महामंडलेश्वर उमाकांतानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती, स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती, महंत डॉ रामकमलदास वेदांती, महामंडलेश्वर वियोगानंद, माँ पूर्णप्रज्ञा, महंत देवानंद सरस्वती, महंत कन्हैयादास, महंत रवींद्रानंद सरस्वती, जैन मुनि आचार्य प्रगल्भ सागर, जैन संत रवींद्र चंद्रदेव, महंत धर्मप्रकाश, भागवत दास, विजयराम दास, सुशील दास, रामकुमार दास, योगिराज और राम शंकर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।