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Sunday 24 February 2013 09:26:58 AM
लखनऊ। बेहतर कानून व्यवस्था का दावा करने वाली समाजवादी पार्टी सरकार में डकैती, लूट, हत्या, बलात्कार का न थमने वाला सिलसिला जारी है। स्वयं प्रदेश के मुख्यमंत्री का गृह जनपद भी अपराधियों के चंगुल में है, जहां सबसे सुरक्षित स्थान कचहरी में दिनदहाड़े हत्या ने समाजवादी पार्टी सरकार के बेहतर कानून व्यवस्था के दावे की कलई खोलकर रख दी है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोआर्डिनेटर अशोक सिंह ने एक बयान में कहा कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुई डकैती से तो पूरा प्रदेश सहम ही गया है। इटावा में दिन दहाड़े कचहरी परिसर में ताबड़तोड़ गोली चलाकर अदनाम नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। हत्यारों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
मीडिया कोआर्डिनेटर ने कहा कि लखनऊ सहित बाराबंकी, मथुरा, गाजियाबाद, नोएडा, देवरिया, गोरखपुर, सीतापुर, कानपुर समेत प्रदेश के लगभग सभी जनपदों में लूट और हत्या की ताबड़तोड़ घटनाओं से व्यापारी वर्ग सहित समाज के सभी वर्गों के मन में असुरक्षा की भावना घर कर गयी है, आलम तो यह है कि सत्तापक्ष के एक विधायक के बेटे ने सरेआम एक विद्यालय की शिक्षिका का अपमान करने के साथ ही शिक्षिका पर हाथ उठाने जाने जैसी शर्मनाक घटना को अंजाम दिया, जिससे समाज के बुद्धिजीवी वर्ग में आक्रोश व्याप्त है, अभी दो दिन पूर्व मुख्यमंत्री की अपील कि आने वाले समय में प्रदेश हर मोर्चे पर आगे दिखेगा, पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में बढ़ रहा अपराध और ध्वस्त होती जा रही कानून व्यवस्था कहीं मुख्यमंत्री के बयान का मूर्त रूप तो नहीं है? जब प्रदेश की राजधानी लखनऊ और मुख्यमंत्री के गृह जनपद का यह हाल है तो प्रदेश के अन्य जनपदों की स्थिति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
मीडिया कोआर्डिनेटर ने कहा कि जिस प्रकार सरकार में अपराधियों और माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है, उससे प्रदेश में आपराधिक घटनाओं में बाढ़ सी आ गयी है, प्रदेश में पूरी तरह जंगलराज कायम हो गया है, यही कारण है कि कोई भी उद्योग नहीं स्थापित हो पा रहा है, प्रदेश में विकास पूरी तरह ठप हो गया है, मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करें, अपराधियों और माफियाओं पर सख्त कार्रवाई करें और दागी अधिकारियों को उनके पदों से तत्काल हटाएं, ताकि प्रदेश में आम जनता राहत की सांस ले सके।