स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 29 January 2018 04:19:43 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में एनसीसी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एनसीसी शिविर प्रत्येक युवा को भारत की विभिन्न संस्कृतियों को सीखने का अवसर प्रदान करते हैं, इन शिविरों में प्रत्येक युवा को देश के लिए कुछ बेहतर करने का प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा कि सभी युवा एनसीसी कैडेट यहां पर अपने स्वयं के व्यक्तित्व और पहचान के साथ एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक महीने से अधिक अवधि के बाद उनके बीच आपस में मित्रता प्रगाढ़ हुई है और एक-दूसरे से काफी कुछ सीखने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि एनसीसी शिविरों के माध्यम से कैडेटों ने जो जज़्बा हासिल किया है, वो उनके जीवन में सदैव उल्लेखनीय भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर सिर्फ वर्दी या समरूपता के लिए ही नहीं, बल्कि एकता के लिए है, एनसीसी के माध्यम से हम मिशन मोड में काम करने वाली और दूसरों को प्रेरित करने वाली टीम को तैयार करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि एनसीसी ने सात शानदार दशक पूरे कर लिए हैं और इसने कई लोगों में मिशन के बारे में समझ पैदा की है। उन्होंने कहा कि हम एनसीसी की उपलब्धियों का जश्न मना रहे हैं, लेकिन हमें ये सोचने की भी जरूरत है कि आगामी वर्षों में एनसीसी के अनुभव को और प्रभावी कैसे बनाया जाए। उन्होंने सभी से अगले पांच वर्ष के लिए कार्ययोजना तैयार करने के बारे में सोचने का आग्रह किया। नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं ने भ्रष्टाचार को नकार दिया है, भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी, यह लड़ाई भारतीय युवाओं के भविष्य के लिए है।
नरेंद्र मोदी ने एनसीसी कैडेटों से भीम ऐप के जरिए डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने और दूसरों को भी प्रोत्साहित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक बार भारतीय युवा कुछ भी ठान लेता है तो सबकुछ संभव हो जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले लोगों में धारणा थी कि अमीरों और ताकतवर लोगों के ग़लत कामों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई या जांच का कोई असर नहीं होता, किसी भी तरह की पारदर्शिता या निष्पक्षता नहीं बरती जाती थी, लेकिन आज चीजें बदल गई हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने बतौर मुख्यमंत्री काम किया, लेकिन अपने भ्रष्टाचार के चलते आज वे भी जेल में हैं। आधार के बारे में उन्होंने कहा कि इसने भारत के विकास में योगदान दिया है, पहले जो चीजें ग़लत हाथों में जाती थीं, अब आधार के कारण जरूरतमंद लाभार्थियों तक पहुंच रही हैं।