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Friday 9 March 2018 04:27:10 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी, विधि तथा न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद और कपड़ा एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर स्त्री स्वाभिमान-महिलाओं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए सामान्य सेवा केंद्रों की एक पहल विषय पर एक कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला में सीएससी के माध्यम से महिला ग्रामीण उद्यमियों के देश की ग़रीब और वंचित महिलाओं के बीच स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के कार्यों की प्रगति और प्रभाव को दर्शाया गया था। रविशंकर प्रसाद ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ ही उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए स्त्री स्वाभिमान परियोजना के तहत सैनिटेरी नैपकीन बनाने वाली इकाईयां लगाने के ग्रामीण महिला उद्मियों के प्रयासों की सराहना की।
स्वच्छ भारत अभियान तथा डिजीधन अभियान जैसे सरकारी अभियानों के साथ बड़े पैमाने पर लोगों को जोड़ने की वीएलई की ताकत का जिक्र करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज देश में ऐसी महिलाओं की संख्या 47 हज़ार है, मैं चाहता हूं कि देश में इनकी संख्या बढ़कर एक लाख से ज्यादा हो जाए। आईटी मंत्री ने कहा कि डिजिटल इंडिया अभियान में महिलाओं के लिए अग्रिम स्थान सुनिश्चित करने से एक नया सामाजिक बदलाव आएगा, जहां वे भेदभाव से मुक्त समाज के निमार्ण का वाहन बनेंगी, डिजिटल रूप से सशक्त महिलाएं ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने की भूमिका निभा सकेंगी। कार्यशाला में देशभर से आईं लगभग 700 वीएलई, जिनमें से कई ने सैनिटरी नैपकिन इकाइयां स्थापित की हैं, के अलावाइलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकीमंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला ग्रामीण उद्यमियों को बधाई देते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण खासकर ग्रामीण भारत में रहने वाली महिलाओं का सशक्तिकरण, भारत सरकार का प्रमुख उद्देश्य है, सरकार ने देश में मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के लिए स्वच्छता से जुड़े दिशानिर्देश तैयार किए हैं। उन्होंने इस अवसर पर बंजारा समुदाय की महिलाओं के बीच वीएलई स्नेहलता देवी की पहल चुप्पी तोड़ो, सयानी बनो का उल्लेख करते हुए कहा कि महिला वीएलई शासन का पहला पाठ पढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में 16 करोड़ से अधिक महिलाएं जन धन योजना के माध्यम से बैंक खाते खोल चुकी हैं, इसी तरह सरकार की मुद्रा योजना से 7.80 करोड़ महिला उद्यमी तैयार हुई हैं। स्मृति ईरानी ने परिवर्तन का वाहक बनी महिला वीएलई के साथ एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए इस महीने की 11 तारीख को बेंगलूर के पास एक महिला वीएलई के सामान्य सेवा केंद्र का दौरा करने का वादा किया। उन्होंने कहा कि मुझे आपके केंद्र पर आकर एक कप चाय पीने से खुशी मिलेगी।