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Friday 30 March 2018 11:45:10 AM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है, महिलाओं को अन्याय और शोषण बर्दाश्त नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें इसके विरुद्ध आवाज़ उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें अन्याय एवं शोषण से बचाने के लिए हेल्पलाइन ‘181’ शुरू की गई है और 1090 पहले से ही संचालित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीएसी की महिला बटालियन के गठन का कार्य कर रही है, साथ ही महिलाओं में कुपोषण समाप्त करने के लिए शबरी संकल्प योजना, बालिकाओं की स्नातक तक निःशुल्क शिक्षा हेतु अहिल्याबाई योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज में मातृशक्ति के प्रति सदैव एक विशिष्ट भाव रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन में उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार एवं बेगम अख़्तर पुरस्कार वितरण समारोह में सिंधु, कुंवर दिव्यांश, पल्लवी फौजदार, पुष्पा, डॉ ज्युड एमएसजे, तारा, रीतिका, ज्योति श्रीवास्तव, रीमा सिंह, वर्षा सिंह, महजबीं, रंजना द्विवेदी, अवधेश कुमारी, शालिया बानो और शहनाज बानो को सम्मानित किया और कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में आदिकाल से स्त्रियां विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका में रही हैं, वर्तमान समय में भी महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपने कार्यों से महत्वपूर्ण योगदान कर रही हैं। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त संकीर्ण मानसिकता समाप्त करने और बालिकाओं को समान अवसर मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान संचालित किया है, जिसका व्यापक प्रभाव हुआ है और लिंगानुपात में तेजी से सुधार के लिए सरकारी प्रयासों के साथ ही समाज में भी जागरुकता का प्रसार करना आवश्यक है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में अग्रणी आए विद्यार्थियों में बालिकाओं की अधिक संख्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भेदभाव के बावजूद बालिकाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है, बालक-बालिका के साथ समान व्यवहार होने पर समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा, जिसके लिए व्यापक जागरुकता की आवश्यकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित महिलाओं का इस जागरुकता के प्रसार के लिए काम करने का आह्वान किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिलाएं सामाजिक क्षेत्र में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के वीरता पुरस्कार और उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित आगरा की नाजिया के सामाजिक कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि जागरुक महिलाओं विशेषकर महिला जनप्रतिनिधियों को सामाजिक कार्यों में आगे बढ़कर योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिला जनप्रतिनिधि ग्राम विकास के कार्यों में रूचि लेकर और सामुदायिकता के भाव से विकास कार्यों को आगे बढ़ाकर प्रधानमंत्री के गांधीजी की ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के संकल्प को पूरा करने में योगदान कर सकती हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पंडित धर्मनाथ मिश्र एवं उस्ताद सखावत हुसैन खां को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र और 5 लाख रुपये की धनराशि प्रदानकर उन्हें वर्ष 2017-18 का बेगम अख़्तर सम्मान प्रदान किया और गायन के क्षेत्र में उनके योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें बधाई दी। समारोह में कुल 129 महिलाओं एवं बच्चों को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं 1 लाख रुपये की धनराशि प्रदानकर उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यक्रम को महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, संस्कृति मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, महिला कल्याण राज्यमंत्री स्वाती सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल, जनप्रतिनिधि, प्रमुख सचिव महिला कल्याण एवं बाल विकास रेणुका कुमार और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।