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Wednesday 11 April 2018 03:21:36 PM
मोतिहारी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोतिहारी में स्वच्छाग्रहियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया, जिसका आयोजन चंपारण में महात्मा गांधी के नेतृत्व में चलाए गए सत्याग्रह के शताब्दी समारोह के तहत किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि मोतिहारी में वैसी ही जनआंदोलन की भावना दिखाई दे रही है, जो एक सदी पहले चंपारण सत्याग्रह में दिखी थी। उन्होंने कहा कि सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह की इस यात्रा में बिहार के लोगों ने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि बिहार स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य भी हासिल करेगा। उन्होंने ग्रामीण स्वच्छता कवरेज में 50 अंक हासिल करने के लिए और चंपारण वर्षगांठ के पहले के सप्ताह तक 8.5 लाख शौचालय निर्माण के लिए राज्य की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान हो या भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हो या फिर जन सुविधाएं विकसित करने की बात हो केंद्र सरकार इसके लिए राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि यहां 6600 करोड़ रुपये की लागत से शुरु की जा रही परियोजनाएं आने वाले समय में राज्य और क्षेत्र के विकास में बड़ी भूमिका निभाएंगी। उन्होंने मोतीझील को मोतिहारी के इतिहास का अभिन्न अंग बताते हुए इसकी संरक्षण योजना का विशेष रूपसे उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया, जिनमें जल आपूर्ति और स्वच्छता के क्षेत्र में मोतीझील परियोजना, बेतिया नगर परिषद जल आपूर्ति योजना औरगंगा से जुड़ी चार परियोजनाओं, सैयदपुर मल जल नेटवर्क पटना, पहाड़ी सीवेज नेटवर्क जोन 4 पटना, पहाड़ी सीवेज नेटवर्क जोन 5 पटना और पहाड़ी एसटीपी की आधारशिला रखी और इनके प्रतीक के रूपमें एक पट्टिका का अनावरण किया। रेलवे के क्षेत्र में प्रधानमंत्री ने मुजफ्फरपुर और सगौली एवं सगौली और वाल्मिकीनगर के बीच रेललाइनों के दोहरीकरण परियोजना की आधारशिला रखी। उन्होंने मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संयंत्र का पहला चरण राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री ने वीडियो लिंक के जरिए मालगाड़ी के इस्तेमाल के लिए बनाए गए 12000 अश्वशक्ति वाले पहले बिजली इंजन और चंपारण हमसफर एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने बिहार झारखंड सीमा सेक्शन पर औरंगाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 के लिए एक नई सड़क, मोतिहारी में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड के एक एलपीजी टर्मिनल और ऑयल ल्यूब एवं सगौली में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के एलपीजी संयंत्र की आधारशिला भी रखी।
नरेंद्र मोदी ने चलो चंपारण अभियान से जुड़े इस आयोजन में अपने-अपने गांवों में शानदार भूमिका निभाने वाले 10 सत्याग्रहियों को पुरस्कृत भी किया। केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय ने बिहार सरकार के सहयोग से बिहार में 3 से 10 अप्रैल तक सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान चलाकर स्वच्छता अभियान चलाया। नरेंद्र मोदी ने गंगा नदी में प्रदूषित जल के प्रवाह को रोकने के लिए 3000 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से शुरु की जाने वाली परियोजनाओं को मंजूरी दिए जाने का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उज्ज्वला योजना के जरिए रसोई गैस की सुविधा मिलने से बिहार की 50 लाख महिलाएं लाभांवित हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह देश की प्रगति का इंजन माने जाने वाले पूर्वी भारत के विकास की व्यापक सोच का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि माधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संयंत्र मेक इन इंडिया का नायाब उदाहरण है, जो क्षेत्र में रोज़गार का एक बड़ा जरिया बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार अपने सभी अभियान पूरे करने के लिए कृतसंकल्प है। स्वच्छता के क्षेत्र में उपलब्धियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर अबतक साफ सुथरे क्षेत्रों का दायरा 40 प्रतिशत से बढ़कर 80 प्रतिशत हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शौचालयों का निर्माण सामाजिक असंतुलन को खत्म करते हुए सामाजिक और आर्थिक तथा महिला सशक्तिकरण का माध्यम बन रहा है। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को एक व्यापक जनआंदोलन बताते हुए कहा कि 21वीं सदी में दुनिया के किसी भी हिस्से में इसका दूसरा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा। कार्यक्रम को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने भी संबोधित किया और कहा कि यदि हम महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों का अनुसरण करने के लिए युवाओं को प्रेरित करते हैं तो निश्चित तौरपर स्वच्छ भारत का निर्माण किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती यानी 2 अक्टूबर 2019 तक स्वच्छ भारत मिशन के लिए तय सीमा में राज्य खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा। पेयजल तथा स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि 10 अप्रैल 1970 को 100 साल पहले महात्मा गांधी ने चंपारण सत्याग्रह प्रारम्भ किया था, ताकि देश को विदेशी शासन से मुक्ति दिलाई जा सके और आज का दिन सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह अभियान का लक्ष्य गंदगी से मुक्ति पाना है।