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Friday 13 April 2018 04:17:45 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने छठी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा की सभी पाठ्यपुस्तकों के पीछे के कवर में चाइल्डलाइन नंबर 1098-बच्चों के लिए 24x7 हेल्पलाइन और पॉक्सो ई-बॉक्स के संबंध में जानकारी प्रकाशित की है। सुरक्षा और शिकायतों के संभावित प्रकारों के संबंध में जानकारी से बच्चों को जागरुक करने के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय और एनसीईआरटी से इस सूचना को प्रकाशित करने का अनुरोध किया था। ज्ञातव्य है कि महिला और बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने प्रकाश जावड़ेकर से पॉक्सो ई-बॉक्स और चाइल्डलाइन 1098 को एनसीईआरटी प्रकाशनों, स्कूलों में बच्चों के यौन उत्पीड़न के बारे में शिक्षाप्रद फिल्मों के प्रदर्शन के जरिए लोकप्रिय बनाने और सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए कड़े नियम लागू करने का अनुरोध किया था।
महिला और बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने उनके सुझाव को लागू करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री और एनसीईआरटी को धन्यवाद दिया है और कहा है कि माता-पिता, अभिभावकों को बच्चों और उनके व्यवहार तथा किसी भी संदिग्ध स्थिति के बारे में सतर्क रहना चाहिए और इसकी जानकारी तत्काल चाइल्डलाइन नंबर 1098 और पॉक्सो ई-बॉक्स को देनी चाहिए। उन्होंने इन पाठ्यक्रम पुस्तकों के जरिए यह जानकारी 15 लाख स्कूलों के करीब 26 करोड़ स्कूली छात्रों तक पहुंचने की उम्मीद जताई है। एनसीईआरटी को सलाह दी गई है कि इस मुद्दे पर सामाजिक विज्ञान की पुस्तक में भी एक अध्याय हो। यह जानकारी 12वीं कक्षा तक दी जा सकती है, जिसका युवा मस्तिष्क पर अच्छा असर पड़ेगा। इन पुस्तकों के रूपमें यह जानकारी एनसीईआरटी की पुस्तकों के जरिए 10 लाख अध्यापकों साथ-साथ परिवार के सदस्यों और बच्चों की देखरेख करने वालों के लिए भी उपलब्ध होगी। इस उपयोगी जानकारी से देश में बच्चों की सुरक्षा और उन्हें अधिकार संपन्न बनाने के लिए एक माहौल बनेगा।
गौरतलब है कि चाइल्डलाइन नंबर 1098 परेशानी में पड़े बच्चों के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय की 24 घंटे की मुफ्त राष्ट्रीय आपात सेवा है। ये हेल्पलाइन देश के 412 स्थानों पर काम कर रही है। अप्रैल 2016-मार्च 2017 के दौरान चाइल्डलाइन नंबर 1098 को 1.45 करोड़, जबकि अप्रैल-नवंबर 2017 के दौरान 78 लाख कॉल प्राप्त हुए हैं। चाइल्डलाइन परेशानी में पड़े बच्चों को टेली काउंसलिंग अथवा शारीरिक रूपसे छुड़ाकर सहायता प्रदान करती है। पॉक्सो ई-बॉक्स बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की आसान और प्रत्यक्ष जानकारी देने एवं अपराधी के खिलाफ पॉक्सो कानून 2012 के अंतर्गत समय पर कार्रवाई के लिए एक ऑनलाइन शिकायत प्रबंध प्रणाली है। इसकी शुरुआत मेनका संजय गांधी ने 26 अगस्त 2016 को की थी। पॉक्सो ई-बॉक्स का लिंक http://www.ncpcr.gov.in/user_complaints.php है।