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Friday 20 April 2018 11:36:21 AM
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक और महत्वपूर्ण पहल के रूपमें नई दिल्ली में इंडिया हैबीटेट सेंटर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ सत्यपाल सिंह ने सयुक्त रूपसे ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल लांच करके मानव संसाधन विकास मंत्रालय के ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सुषमा स्वराज ने इस अवसर पर ई-संसद पोर्टल तथा एनएडी-नेशनल एकेडमी डिपोजिटरी के एकीकरण को भी लांच किया। उन्होंने कहा कि ‘स्टडी इन इंडिया’ दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका के सहयोगी देशों के विद्यार्थियों को आकर्षित करने की नवाचारी पहल है, ताकि वहां के विद्यार्थी भारत के शीर्ष संस्थानों में श्रेष्ठ अध्ययन अध्यापन का अनुभव कर सकें। उन्होंने कहा कि अब पूरे विश्व के विद्यार्थी भारत के जाने-माने शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि ज्ञान की इच्छा भारत की संस्कृति और सभ्यता के मूल में रही है, अपने पूरे इतिहास में भारत ने मानव विचार, दर्शन और विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान किया है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राचीन दार्शनिक अवधारणा जैसे वसुधैव कुटुंबकम और सर्व धर्म समभाव अनंत बनी हुई हैं। सुषमा स्वराज ने कहा कि यह लक्ष्य प्रणालीबद्ध तरीके से ब्रांड बनाकर विद्यार्थियों के लिए गुणवत्ता संपन्न संस्थानों की पहचान करके और समुचित संरचना निर्माण करने से ही हासिल किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल विदेशी विद्यार्थियों के लिए भारत में अध्ययन से संबंधित सभी पहलुओं को कवर करने वाली एकल खिड़की है। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस अवसर पर वीडियो संदेश में कहा कि स्टडी इन इंडिया पहल विदेशी विद्यार्थियों के लिए भारत के जाने-माने शिक्षण संस्थानों के दरवाजे खोलेगी। उन्होंने कहा कि प्रारंभ में 30 एशियाई, अफ्रीकी, मध्य पूर्व तथा स्वतंत्र देशों के राष्ट्रमंडल देशों के विद्यार्थियों पर फोकस किया गया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि एक दिन अमेरिका में रह रहे परिवार अपने बच्चों को स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों के लिए भारत भेजेंगे।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भारत विश्व शिक्षा का केंद्र रहा है, यहां नालंदा और तक्षशीला की समृद्ध विरासत है और अब भारत एक बार फिर 4,000 कॉलेजों और 800 से अधिक विश्वविद्यालयों के साथ शिक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि शीर्ष कॉलेजों को ग्रेडेड स्वायत्ता प्रदान की गई है, जिससे संस्थानों को स्वयं विस्तार करने में मदद मिलेगी, वे अपने पाठ्यक्रमों में सुधार कर सकते हैं और आवश्यकता के अनुसार नए कार्यक्रम लांच कर सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि शीर्ष कॉलेज विदेशी फैकल्टी और विदेशी विद्यार्थियों को ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में हाल के सुधारों के कारण भारत अब किफायती और गुणवत्ता सम्पन्न शिक्षा का प्रमुख केंद्र बन गया है। मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि भारत तक्षशीला और नालंदा जैसे शिक्षण संस्थानों के समृद्ध इतिहास के साथ वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत में विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि ई-संसद तथा नेशनल एकेडमिक डिपोजिट्री के एकीकरण से भारत में शिक्षा प्रणाली और अधिक पारदर्शी हो गई है। ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल लांच करने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रति आभार व्यक्त करते हुए डॉ सत्यपाल सिंह ने कहा कि पहलीबार इस कार्यक्रम के अंतर्गत जाने-माने शिक्षण संस्थानों के दरवाजे खोले गए हैं, इससे न केवल विदेशी विद्यार्थियों को लाभ होगा, बल्कि भारत भी लाभांवित होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव आर सुब्रमण्यम ने कहा कि भारत एक बौद्धिक स्थान है और भारत सीमा रहित ज्ञान में विश्वास करता है। कार्यक्रम के अंतर्गत इस वर्ष 160 संस्थानों में 15,000 सीटों की पेशकश की गई है। सुषमा स्वराज ने कार्यक्रम में सिमबायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष डॉ एसबी मजुमदार को सम्मानित किया। स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम केंद्रीय पोर्टल के माध्यम से वन-स्टॉप समाधान प्रदान करेगा। वेबसाइट को एक ऐप तथा हेल्पलाइन नंबर समर्थन देगा, यह वेबसाइट न केवल भारतीय शिक्षा की नवीनतम पेशकशों की जानकारी देगी, बल्कि विदेशी विद्यार्थियों को प्रवेश में मदद करेगी और व्यक्तिगत रूझान तथा केरियर लक्ष्य के आधार पर उनकी पसंद के बारे में जानकारी भी देगी। सार्वजनिक क्षेत्र की श्रेणी-1 मिनी रत्न कंपनी ईडीसीआईएल इंडिया लिमिटेड स्टडी इन इंडिया शिक्षा अभियान के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय की कार्यांवयन एजेंसी है। इस कार्यक्रम में एनआईआरएफ रैंक वाले तथा एनएएसी मान्यता प्राप्त संस्थान 3.26 स्कोर के साथ शामिल किए गए हैं। स्टडी इन इंडिया कार्यक्रम मानव संसाधन विकास मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और वाणिज्य तथा उद्योग मंत्रालय की संयुक्त पहल है। स्टडी इन इंडिया वेबसाइट का लिंक www.studyinindia.gov.in है।