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Saturday 5 May 2018 12:25:06 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेल और महिला यात्रियों के लिए आज का दिन यानी 5 मई खुशी का दिन है। आज मुंबई के चर्चगेट और बोरीवली के बीच 5 मई 1992 को चलाई गई पहली महिला स्पेशल रेलगाड़ी के परिचालन की 26वीं वर्षगांठ है। आज के ही दिन भारत में विश्व की पहली महिला स्पेशल रेलगाड़ी चलाई गई थी। भारतीय रेल की यह ट्रेन महिलाओं के लिए समर्पित एक मील का पत्थर है। प्रारंभ में इसका परिचालन पश्चिम रेलवे के चर्चगेट और बोरीवली के बीच हुआ और 1993 में इसका विस्तार करके वीरार तक चलाना शुरू किया गया। भारतीय रेलवे की महिला स्पेशल ट्रेन महिलाओं के लिए वरदान साबित हुई, क्योंकि पहले उन्हें नियमित रेलगाड़ियों में महिला कम्पार्टमेंट में प्रवेश के लिए संघर्ष करना पड़ता था।
भारतीय रेलवे का महिला स्पेशल रेलगाड़ी को पूरी तरह समर्पित करने का उद्देश्य था कि महिलाएं आराम से यात्रा कर सकें। अति व्यस्त उपनगरीय लाइनों पर सफलतापूर्वक 26 वर्ष से चल रही महिला स्पेशल ट्रेन को महिला यात्री वरदान मानती हैं। महिला यात्रियों में सुरक्षा भाव भरने के लिए भारतीय रेल ने अनेक नवाचारी उपाय किए हैं, महिला कोच में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पश्चिम रेलवे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पिछले वर्ष नए सुरक्षा उपाय के रूपमें रेलगाड़ियों में टॉक बैक प्रणाली लगाई थी, जिसमें आपात स्थिति में इकाई में स्थापित बटन को दबाकर किसी की लेडीज़ कोच की महिला यात्रियों और ट्रेन के गार्ड से दोतरफा संवाद कायम किया जा सकता है। यह महिला यात्रियों के लिए सुरक्षा और चिकित्सा की आपात स्थितियों में भी लाभकारी हैं।