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Tuesday 15 May 2018 12:20:03 PM
नई दिल्ली। भारतीय विदेश सेवा संस्थान में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय विदेश सेवा के 39 प्रशिक्षु अधिकारियों ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत में उनसे देश के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और परंपराओं के परिप्रेक्ष्य में विदेशों में भारत का सही तरीके से प्रतिनिधित्व किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उनको देश की प्राथमिकताओं के प्रति ही नहीं, बल्कि विश्व में भारत की छवि और अपने देश के विकास के लिए भविष्य की जरूरतों के प्रति भी सजग रहना है। उल्लेखनीय है कि इस समय विश्व समुदाय में भारत की छवि का बोलबाला है और यह स्थिति भारतीय विदेश नीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्व समुदाय के संपर्क में आने के बाद सुदृढ़ हुई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशिक्षु अधिकारियों से प्रौद्योगिकी की अधिक से अधिक जानकारी हासिल करने के साथ ही राज्य सरकारों और विदेश में बसे भारतीय समुदाय के लोगों के साथ गहराई से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि ऐसा इसलिए जरूरी है, क्योंकि दूसरे देशों के साथ संबंध बेहतर बनाने में इनकी बड़ी भूमिका होती है। प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वाले अधिकारियों में भूटान के दो राजनयिक भी शामिल थे, जो इन दिनों भारतीय विदेश सेवा संस्थान में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि विदेशों में भारतीय दूतावास का मिशन ही मुख्य रूपसे संपर्क और अपने देश की छवि को फोकस करने के लिए होता है। देश के राजनयिकों को कार्य यह भी है कि वह किसी भी स्थिति में दोनों देशों और दोनों देशों के नागरिकों के बीच सेतु का कार्य करें। देखने में यह आया है कि भारतीय विदेश सेवा के अधिकांश अधिकारी अपनी इस भूमिका में या तो निष्क्रिय हैं या फिर निजी मिशन पर रहते हैं, यह अलग बात है कि नरेंद्र मोदी सरकार ने इस तरफ गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया है और कुछ स्थिति सुधरी है।