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Wednesday 30 May 2018 05:47:17 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि बाबासाहेब डॉ भीमराव आम्बेडकर के विचार और शिक्षा हमेशा प्रासंगिक है। उपराष्ट्रपति ने आज डॉ भीमराव आम्बेडकर राष्ट्रीय स्मारक और अंतर्राष्ट्रीय केंद्र का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इस स्मारक और केंद्र का निर्माण श्रद्धेय समाज सुधारक और भारतीय संविधान निर्माता के प्रति श्रद्धांजलि के तौर पर पांच तीर्थ स्मारकों के हिस्से के रूपमें किया गया है। यहां बाबासाहेब के जीवन और कार्यों पर 27 प्रदर्शनीय वस्तुओं का संग्रहालय भी है, जिसमें डॉ भीमराव आम्बेडकर पर लघु फिल्म प्रदर्शित करने के लिए एलईडी वॉल है, इसमें एक रॉबोटिक उपकरण है, जो बाबासाहेब के चरित्र को दर्शाता है और 25 जुलाई 1949 को संविधान सभा में दिए गए उनके भाषण को दोहराता है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू डॉ भीमराव आम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र भी गए और वहां उन्होंने सभागार एवं विशाल पुस्तकालय का दौरा किया। उन्होंने पांच तीर्थ स्थलों के रूपमें डॉ भीमराव आम्बेडकर के जन्म स्थल महू मध्य प्रदेश, ब्रिटेन में अध्ययन करते समय लंदन में उनका निवास स्थान, नागपुर में दीक्षा भूमि, दिल्ली में महापरिनिर्वाण स्थल और मुंबई में चैत्यभूमि स्मारकों का निर्माण करने के लिए सरकार की सराहना की। स्मारकों को देश के महान सपूत के प्रति उचित श्रद्धांजलि बताते हुए उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्होंने सभी पांचों स्थलों का दौरा किया है। डॉ भीमराव आम्बेडकर की जीवनी को अद्भूत बताते हुए उन्होंने कहा कि महान राष्ट्र के महान सपूत की यादों को संजोकर रखने के लिए इस सुंदर संग्रहालय का निर्माण किया गया है।
वेंकैया नायडू ने कहा कि जब वे शहरी विकास मंत्री थे, तब यह परियोजना शुरू हुई थी और इस सुंदर संग्रहालय को देखना उनके लिए सपने के साकार होने जैसा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक भारतीय युवा को यह संग्रहालय जरूर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि संग्रहालय बाबासाहेब डॉ भीमराव आम्बेडकर के जीवन, शिक्षा और उपदेश को समझने का श्रेष्ठ स्थान है। वेंकैया नायडू ने कहा कि जनपथ स्थित भवन की वास्तुकला से वे अत्यधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब से संबंधित संपूर्ण साहित्य पुस्तकालय में उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने प्राधिकारियों को सुझाव दिया कि डॉ भीमराव आम्बेडकर पर नियमित रूपसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए जाने चाहिएं। उन्होंने स्मारक भवन का निर्माण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत की सराहना की। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव आम्बेडकर के योगदान को समझने और उनपर अनुसंधान करने हेतु युवा पीढ़ी के लिए यह स्थान महत्वपूर्ण है। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत, सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री विजय सांपला और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।