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Thursday 14 June 2018 12:14:11 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव प्रीति सूदन ने पोलियो कार्यक्रम की गतिविधियों और परामर्शों की समीक्षा करने के लिए पोलियो भारत विशेषज्ञ परामर्शदात्री समूह की 27वीं बैठक की अध्यक्षता की। समीक्षा में विशेषज्ञ समूह ने कहा कि भारत पोलियो निवारण में सही रास्ते पर है। विशेषज्ञ समूह ने पिछले 7 वर्ष से भारत को पोलियो मुक्त बनाए रखने और प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों की सराहना की। पोलियो से संबंधित अंतिम मामला जनवरी 2011 में सामने आया था। इस कार्यक्रम में बच्चों को दो तरीकों से पर्याप्त सुरक्षा दी जाती है-पोलियो टीकाकरण और बाल प्रतिरक्षण करके। विशेषज्ञों के समूह ने देखा कि 23 लाख से अधिक टीकाकरणकर्ताओं को हर पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिए एकत्रित किया गया है, जिसके दौरान 17 करोड़ बच्चों को पोलियो की बूंद पिलाई गई है।
पोलियो भारत विशेषज्ञ परामर्शदात्री समूह की बैठक में स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने बताया कि पोलियो की खुराक दो प्रकार से दी जाती है-पहली पिलाने वाली दवा और सूई के द्वारा दी जाने वाली दवा के रूपमें और स्वास्थ्य सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए इन दोनों ही प्रकारों का भारत में इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बाल्यावस्था के दौरान भारत के प्रत्येक बच्चे को ओपीवी की 3 खुराक तथा आईपीवी की 2 खुराक मिले और भारत के बच्चों के स्वास्थ्य के संदर्भ में यह एक बड़ा निवेश होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर पोलियो उन्मूलन अभियान जारी रहना चाहिए, इसके अलावा मिशन इंद्रधनुष, ग्राम स्वराज अभियान और विस्तारित ग्राम स्वराज अभियान जैसे प्रतिरक्षण कार्यक्रम भी जारी रहने चाहिएं।
डब्ल्यूएचओ के पोलियो उन्मूलन के प्रमुख डॉ मिशेल जाफरन ने कहा कि विश्वस्तर पर दुनिया पहले से कहीं अधिक पोलियो उन्मूलन के करीब है, वर्ष 2018 में केवल दो देशों-अफगानिस्तान और पाकिस्तान में 11 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ इस दिशा में भारत की बाकी दुनिया के लिए एक अच्छे उदाहरण के तौर पर सराहना करते हैं। भारत में पोलियो को खत्म करके देश ने यह दिखाया है कि वैश्विक पोलियो उन्मूलन संभव है और कोई भी देश ऐसा कर सकता है। विशेषज्ञों के समूह ने पिलाने और सूई द्वारा दिए जाने वाले पोलियो टीकों का उपयोग करने के लिए भारत की सराहना की और तारीफ करते हुए कहा कि भारत ने इस दिशा में जिस तरह से कार्य किया है, उससे भारत में आने वाले समय में भी कोई बच्चा पोलियो का शिकार नहीं हो पाएगा, यह बहुत ही सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक भागीदारी देश में पोलियो टीकाकरण प्रयासों का एक अभिन्न अंग रहा है।