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Friday 6 July 2018 04:34:19 PM
श्रीनगर। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर की अपनी दो दिन की यात्रा के दौरान श्रीनगर में एक उच्चस्तरीय बैठक में घाटी में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। गृहमंत्री ने घाटी में उत्तरदायित्व, पारदर्शिता और सुशासन लाने के सभी उपायों के प्रति भाजपा सरकार के संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि सुशासन और विकास पर नए सिरे से फोकस करने के साथ केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर राज्य के लोगों में नई आकांक्षा और आशा की किरण के प्रति आशांवित है। राजनाथ सिंह ने कहा कि विकास और सुशासन जम्मू-कश्मीर के लोगों का सपना है और केंद्र सरकार व्यवस्था में जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के सभी संभव उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सुशासन और विकास पर नवीनीकृत जोर के साथ ही केंद्र सरकार घाटी के लोगों के बीच नई आकांक्षाओं और आशा का संचार करना चाहती है एवं यहां की समस्याओं का हल यहां लोगों के सशक्तिकरण और स्थानीय स्वशासन वाली संस्थाओं को मजबूती प्रदान करने में निहित है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यपाल एनएन वोहरा से अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। गृहमंत्री ने जम्मू-कश्मीर की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के साथ-साथ राज्यपाल शासन लागू होने के बाद राज्य में पैदा हालात, स्थानीय युवाओं को सकारात्मक कार्यों में प्रोत्साहित करने, आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे सुरक्षा अभियानों और विकास के कामों में तेजी लाने से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। गृहमंत्री को अपने इस दौरे में पवित्र अमरनाथ गुफा का दर्शन भी करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते वो पवित्र गुफा के दर्शन नहीं कर पाए।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य में शांति और सामान्य स्थिति होने पर ही यहां के विकास और समृद्धि का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि यहां समस्याओं के समाधान के लिए ईमानदार, कारगर और सक्षम प्रशासन के माध्यम से शांति, स्थिरता और समृद्धि लाने का सरकार का संकल्प है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा और पीडीपी गठबंधन टूटने के कारण राज्यपाल शासन लगने के बाद पहलीबार जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर राज्य के सुरक्षा हालात का जायजा लिया है। गृहमंत्री ने राज्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं, सुरक्षा व कानून-व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा, गृह मंत्रालय और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।