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Thursday 12 July 2018 02:50:34 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने भारत सरकार में सहायक सचिवों के रूपमें तैनात 2016 बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा है कि वे लोगों को भारत में व्यापक बदलाव लाने के सक्रिय वाहकों के रूपमें देखे, न केवल ‘लक्ष्य समूहों’ या ‘लाभार्थियों’ के रूपमें, जैसाकि हम उन्हें कहते रहे हैं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि जबतक यह दृष्टिकोण हमारे योजना निर्माण एवं कार्यांवयन प्रक्रिया का अंतरंग हिस्सा नहीं बन जाता, हमारी योजनाएं सफल नही होंगी।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने अधिकारियों से इस अवसर का बेहतर उपयोग करने और नीतियों एवं कार्यक्रमों के निर्माण में केंद्र सरकार की भूमिकाओं को समझने को कहा। उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों से एक अधिक प्रभावी, उत्तरदायी एवं प्रशासन का समावेशी दृष्टिकोण अपनाने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से प्रत्येक योजना को एक सामाजिक मिशन के रूपमें देखने और समर्पण के साथ उन्हें क्रियांवित करने को कहा।
प्रधानमंत्री कार्यालय और कार्मिक लोकशिकायत विभाग में राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के साथ सहायक सचिवों के रूपमें आईएएस की संलग्नी की परिकल्पना ऐसे तंत्र के रूपमें की गई है, जो युवावस्था एवं अनुभव को मिश्रित करता है। उन्होंने कहा कि इन चार वर्ष के दौरान अधिकांश सरकारी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक नागरिकों की भागीदारी रही है और यहां तककि सरकार की प्रमुख योजनाएं अब जन अभियानों में रूपांतरित हो चुकी हैं।