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Monday 16 July 2018 02:22:43 PM
नई दिल्ली। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 द्वारा प्रदत्त अधिकारों का उपयोग करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री की सलाह से चार सदस्यों को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। राज्यसभा के लिए मनोनीत सदस्य हैं-राम सकल जो उत्तर प्रदेश से हैं दलित समुदाय से हैं और एक विख्यात जननेता हैं। इन्होंने अपना जीवन दलित समुदाय के कल्याण को समर्पित किया है। राम सकल एक किसान नेता भी हैं और तीन बार उत्तर प्रदेश के रॉबर्ट्सगंज संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दूसरे राकेश सिन्हा हैं, जो एक प्रतिष्ठित लेखक और मुखर वक्ता हैं। राकेश सिन्हा थिंक टैंक इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन दिल्ली के संस्थापक एवं मानद निदेशक हैं। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के मोतीलाल नेहरू महाविद्यालय में प्रोफेसर हैं और भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद के सदस्य भी हैं। राकेश सिन्हा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी जुड़े हैं।
राज्यसभा के लिए मनोनीत सदस्यों में तीसरे रघुनाथ महापात्र पत्थर पर नक्काशी से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय शख्सियत हैं। वह 1959 से पत्थर पर नक्काशी का अभ्यास कर रहे हैं और 2000 से अधिक छात्रों को इस विधा में प्रशिक्षित कर चुके हैं। उन्होंने पारंपरिक वास्तुशिल्पों एवं प्राचीन स्मारकों के परिरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सोनल मानसिंह को कौन नहीं जानता है, वह भारतीय शास्त्रीय नृत्य के सबसे अग्रणी प्रतिपादकों में से एक हैं। सोनल मानसिंह छह दशक से अधिक समय से भरतनाट्यम एवं ओडिशी नृत्य का अनुकरणीय और दुर्लभ प्रदर्शन करती आ रही हैं। सोनल मानसिंह एक विख्यात नृत्य निर्देशक, शिक्षक, वक्ता और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, उनके राज्यसभा में मनोनयन से एक शानदार सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रतिनिधित्व हुआ है। राज्यसभा के लिए मनोनीत इन चारों शख्सियतों के चयन पर सामाजिक बौद्धिक कला और सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रसन्नता व्यक्त की गई है।