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Saturday 28 July 2018 02:14:45 PM
पुडुचेरी। भारतीय पुलिस सेवा की विशिष्ट अधिकारी रहीं और इस समय पुडुचेरी की लेफ्टिनेंट गवर्नर डॉ किरण बेदी ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स यानी फिक्की के सहयोग से पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के द्वितीय युवा पुलिस अधीक्षक सम्मेलन को संबोधित किया और पुलिस अधिकारियों से अपील की कि वह हमेशा पुलिसबल की सेवा सच्ची भावना से करें। उन्होंने कहा कि यह पुलिस सेवा प्रत्येक नागरिक के जीवन, स्वतंत्रता और कल्याण की सुरक्षा से जुड़ी है। डॉ किरण बेदी ने पुलिस अधिकारियों को सलाह दी कि अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की प्रतीक्षा किए बिना वे हमेशा कानून की भावना और नियम के अनुसार कार्य करें। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक के कंधों पर बड़ी ज़िम्मेदारी होती है, क्योंकि वे जमीनी स्तर की पुलिस टीम के प्रमुख अधिकारी होते हैं, जबकि वरिष्ठ अधिकारी पर्यवेक्षक की भूमिका निभाते हैं।
डॉ किरण बेदी ने पुलिस अधिकारियों को अपने दिन का शुभारंभ शीघ्रता से करने और प्रतिदिन अपने कार्यक्षेत्र में जाकर लोगों के साथ मिलने के लिए सख्त दैनिक नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ किरण बेदी ने पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा उपकरणों से तकनीकी रूपसे जुड़ी उन्नत कंपनियों एवं इस क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक साथ लाने के लिए पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो की प्रशंसा की। उन्होंने बीपीआर एंड डी के प्रमुख के तौरपर अपने कार्यों का स्मरण करते हुए आगामी वर्षों में इसके विकास पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में पुलिस अधीक्षकों की संख्या को केवल 100 तक सीमित करने के बजाय इसे प्रत्येक पुलिस अधीक्षक के लिए अनिवार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि उचित प्रौद्योगिकी के उपयोग से संबंधित विषयों पर संपूर्ण पुलिसबल के लाभ के लिए बीपीआर एंड डी को एक बार सभी के लिए प्रशिक्षण का शुभारंभ करना चाहिए।
पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के महानिदेशक डॉ एपी माहेश्वरी ने डॉ किरण बेदी का महिला सशक्तिकरण प्रतीक मैगसेसे पुरस्कार विजेता एवं एक असाधारण पुलिस अधिकारी के रूपमें अभिवादन किया। दो दिवसीय सम्मेलन में डॉ माहेश्वरी ने प्रौद्योगिकी के उपयोग के बारे में सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग करने वाले व्यक्ति को हमेशा इसका न्यायसंगत तरीके से उपयोग करना पड़ता है, ताकि अच्छे उद्देश्य के साथ जनता को सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कृषि क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध उपयोग के बाद किसानों को जैविक खेती की तरफ लौटने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। डॉ माहेश्वरी ने कहा कि राज्य पुलिसबल की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और स्थानीय जरूरतों एवं पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए राज्य स्तरपर भी बीपीआर और डी जैसी संस्थाएं स्थापित की जानी चाहिएं। गौरतलब है कि डॉ किरण बेदी का दिल्ली में पुलिस अधिकारी के रूपमें बड़ा कार्यकाल रहा है।
बीपीआर और डी के अपर महानिदेशक वीएच देशमुख ने फिक्की के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन, तकनीकी प्रदर्शनी और पुलिस एक्सपो-2018 का एक सिंहावलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा से संबंधित अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी से जुड़ी लगभग 65 कंपनियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। वीएच देशमुख ने कहा कि वर्ष 2015 में भुज में पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक वार्षिक सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों के बाद इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है और सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया था कि युवा पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाना चाहिए और उन्हें नवीनतम तकनीक से परिचित कराया जाना चाहिए। प्रथम युवा पुलिस अधीक्षक सम्मेलन का आयोजन 2017 में किया गया था और यह इसका द्वितीय आयोजन है, जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किया था।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि पुलिस की भूमिका भूमि से समुद्रतट तक फैली है और यह असंख्य चुनौतियों का सामना करती है और जिस तरह के अपराधों से पुलिसकर्मी निपटते हैं, वह काफी जटिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा था कि प्रौद्योगिकी के इष्टतम उपयोग के साथ विभिन्न इकाइयों के बीच अच्छे समन्वय से बेहतर सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकता है, यही कारण है कि उभरती प्रौद्योगिकियों के साथ इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का संपर्क युवा पुलिस अधिकारियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। फिक्की के महासचिव दिलीप चेनोय ने सम्मेलन में धन्यवाद प्रस्ताव दिया।