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Saturday 18 August 2018 08:21:56 PM
कोच्ची/ नई दिल्ली। भारतीय सेना केरल में बचाव और राहत अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है, जहां 9 अगस्त 2018 के बाद से भारी बारिश हो रही है। नौ अगस्त को सेना से सहायता के लिए अनुरोध किया गया था, तदनुसार भारतीय सेना ने युद्ध स्तरपर आपदा राहत कार्यों का निष्पादन शुरू कर दिया। केरल में नागरिकों और राज्य प्रशासन ने भारतीय सेना के राहत कार्यों की बहुत सराहना की है। केरल के बाढ़ग्रस्त दस जिलों में सेना की 10 बाढ़ राहत टुकड़ियां बचाव अभियान चला रही हैं। प्रत्येक टुकड़ी में लगभग 65 जवान हैं, जो जानमाल के बचाव और सुरक्षा में अनवरत लगी हुई हैं। गौरतलब है कि भारत में विपक्षी दलों के अनेक नेता भारतीय सेना पर अक्सर अमानवीय आरोप लगाते हैं, जिसे केरल जाकर देखना चाहिए कि भारतीय सेना कितने जोखिमभरे क्षेत्रों में बाढ़ राहत में लगी है और लोगों को बचा रही है, जबकि वहां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता मदद के नामपर भेदभाव और व्यवधान पैदा करते दिखाई दे रहे हैं।
रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 10 बाढ़ राहत टुकड़ियों के अतिरिक्त, 10 इंजीनियर कार्य बल यानी ईटीएफ, जिनमें प्रत्येक ने जोधपुर, भोपाल, पुणे, बेंगलुरू एवं सिकंदराबाद के लगभग 40 जवान हैं, बचाव कार्य कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से नागरिकों को निकालने के लिए सेना 53 सैन्य नौकाओं का भी प्रयोग कर रही है। भारतीय सेना की टुकड़ियां भारी बारिश के बावजूद निरंतर अस्थायी फुटब्रिजों, बांधों और वैकल्पिक मार्गों की तैयारी करके दूरदराज के गांवों का सम्पर्क बहाल करने के लिए दिन-रात काम कर रही हैं। बचाव अभियान के प्रमुख ने बताया कि 38 दूरस्थ क्षेत्रों को फिर से जोड़ने के लिए 13 अस्थायी पुलों का निर्माण किया गया है और 3627 से भी अधिक व्यक्तियों को बचाया जा चुका है, जिसमें 22 विदेशी नागरिक शामिल हैं। भारतीय सेना केरल में बाढ़ से बचाव के सारे संसाधन झोंक चुकी है और वो संसाधन केरल सरकार को तुरंत उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनकी वह मांग करती जा रही है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार अभी तक 19 गांवों को राहत सामग्री भेजी गई है और लगभग 500 नागरिकों को चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है, इसके अतिरिक्त पहले से बने हुए भोजन के 3000 पैकेट और 300 जीवन रक्षक जैकेट 17 अगस्त 2018 को नागरिक प्रशासन के सुपुर्द कर दिए गए। दिल्ली में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की केरल में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा हुई। कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा ने बैठक की अध्यक्षता की और केरल तथा तमिलनाडु के मुख्य सचिवों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंसिंग की। उन्होंने बताया कि केरल में आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए सेना, नौसेना, वायु सेना, तटरक्षक एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सहित सभी एजेंसियों के अतिरिक्त संसाधनों को मदद के लिए जुटाया गया है। कैबिनेट सचिव ने इन संगठनों को नौकाएं, हेलीकॉप्टर, जीवन रक्षक जैकेट, जीवन रक्षक पेटी, रेनकोट, गमबूट्स, इनफ्लेटेबल टॉवर लाइट आदि संसाधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। केरल के मुख्य सचिव ने मोटरयुक्त नौकाएं उपलब्ध कराने का आग्रह किया था, उसे तुरंत मान लिया गया।