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Tuesday 21 August 2018 05:36:02 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में नई दिल्ली में हुई प्रार्थना सभा में कहा कि हमारे हाथ में यह नहीं है कि हमारा जीवन कितना लम्बा हो, लेकिन हम यह निर्धारित कर सकते हैं कि हमारा जीवन कैसा होगा। उन्होंने कहा कि अटलजी ने अपने जीवन में यह दिखाया कि जीवन कैस होना चाहिए और इसका उद्देश्य क्या होना चाहिए। वे दृढ़ निश्चयी निर्णय लेने वाले भारत के महानतम नेता थे, उन्होंने हरपल आमजन के लिए बिताया, युवा अवस्था से लेकर जब तक शरीर ने साथ दिया, वह देश के लिए जिये। उन्होंने कहा कि अटलजी देशवासियों के लिए अपने सिद्धांतों के लिए और जनसाधारण की आकांक्षाओं के लिए जिये। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना अधिकतर राजनीतिक जीवन उस समय बिताया, जब मजबूत राजनीतिक विचारधारा का कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि अलगाव सहने के बावजूद वह अपने आदर्शों के प्रति संकल्पबद्ध रहे, वह लम्बे समय तक विपक्ष में रहे, लेकिन उनके आदर्श अछूते रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने संसदीय परम्पराओं का सम्मान किया और अवसर आने पर लोगों की भलाई के लिए अपने विज़न को लागू किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनमें प्रत्येक क्षण अटल का अनुभव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 11 मई 1998 को परमाणु परीक्षण करके उन्होंने विश्व को आश्चर्यचकित कर दिया था, उन्होंने इन परीक्षणों की सफलता का श्रेय हमारे वैज्ञानिकों के कौशल को दिया और व्यापक वैश्विक प्रतिकूल प्रतिक्रिया के बावजूद अटलजी उसके दबाव में नहीं झुके और विश्व को दिखाया कि भारत अटल है और भारत ने डटकर वैश्विक प्रतिबंधों का सामना किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में किसी तरह की कड़वाहट के बिना तीन नए राज्यों का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने यह दिखाया कि निर्णय लेने में कैसे सभी को साथ लेकर चला जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक व्यक्ति कितनी ऊंचाई और कितनी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है, अटल बिहारी वाजपेयी उसके साक्षात प्रतिमान हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया कि जब अटल बिहारी वाजपेयी ने केंद्र में पहलीबार सरकार बनाई तो कोई भी समर्थन देने को राजी नहीं था और सरकार 13 दिन में गिर गई, लेकिन उन्होंने आशा नहीं खोई और लोगों की सेवा के प्रति संकल्पबद्ध रहे। उन्होंने कहा कि अटलजी ही थे, जिन्होंने सफल गठबंधन की राजनीति की राह दिखाई। प्रधानमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने कश्मीर पर वैश्विक धारणा को बदल दिया, उन्होंने आतंकवाद के विषय को विश्व के सामने उठाया और इसे विश्व के केंद्र में लाकर खड़ा कर दिया, उन्होंने कहा कि अटलजी सदैव हमारी प्रेरणा बने रहेंगे। नरेंद्र मोदी ने कहा कि अटलजी सार्वजनिक जीवन और राजनीति से एक दशक से अधिक समय तक दूर रहे, लेकिन उनके निधन पर आज भावनाओं का सैलाब उमड़ा हुआ है, जो उनकी महानता और लोकप्रियता को दिखाता है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर यह भी बताया कि अटलजी से कभी नहीं मिलने वाले युवा भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने एशियाई खेलों में प्राप्त स्वर्ण पदक को अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया है।