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Tuesday 21 August 2018 06:46:51 PM
तिरुवनंतपुरम। केरल और कर्नाटक के समुद्र तटों पर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों और उनसे होने वाली गंभीर मौसमीय घटनाओं को देखते हुए केंद्रीय विज्ञान मंत्रालय अगले एक महीने के भीतर ही तिरुवनंतपुरम में एक चक्रवात चेतावनी केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। इस समय भारतीय मौसम विभाग के पास केवल चेन्नई, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, कोलकाता, अहमदाबाद और मुंबई में चक्रवात चेतावनी केंद्र हैं।
भारत सरकार का कहना है कि वह केरल और कर्नाटक राज्यों की जरूरतों को पूरा करने और सभी राज्यों को मौसम की चेतावनियों एवं मछुआरों आदि के लिए तटीय बुलेटिन यानी पूर्वानुमान उपकरण सहित सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पूर्ण रूपसे प्रतिबद्ध है। इस कदम से भारतीय मौसम विभाग की केरल में स्थित वर्तमान पूर्वानुमान गतिविधियों को और मजबूती मिलेगी। केंद्रीय विज्ञान मंत्रालय की वर्ष 2019 के अंत तक मैंगलोर में भी एक और सी-बैंड डोप्लर मौसम राडार स्थापित करने की योजना है, जो केरल के उत्तरी हिस्सों को कवर करेगा। इस समय केरल में दो डोप्लर मौसम राडार हैं, जिनमें एक कोच्चि और दूसरा तिरुवनंतपुरम में है।
राडारों के माध्यम से पूरे राज्य में बारिश और गंभीर मौसम की घटनाओं की निगरानी रखी जाएगी और लोगों को मौसम संबंधित चेतावनी पहले से ही जारी की जाएगी। आईएमडी ने अब तक कई नए प्रारूप विकसित किए हैं। मौसम विभाग सभी राज्यों के राज्य आपदा प्रबंधन अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ अगले महीने एक जागरुकता और प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करेगा। प्रभावी निर्णय लेने के लिए इस कार्यशाला में अधिकारियों को नए उपकरणों और उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।