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Friday 24 August 2018 03:12:32 PM
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय संगठन संयुक्तराष्ट्र में 12 देशों के स्थायी प्रतिनिधियों के एक शिष्टमंडल ने भारतीय निर्वाचन आयोग का दौरा किया। इन देशों में इक्वेटोरियल गिनी, कोमोरोस, नाइजर, सेंट किट्स एंव नेविस, ग्रेनेडा, माल्टा, मार्शल आइलैंड्स, डोमिनिका, सेंट लुसिया, एस्वातिनी, जाम्बिया और किरिबाती के स्थायी प्रतिनिधि शामिल थे। यह शिष्टमंडल 22 से 28 अगस्त तक भारत की यात्रा पर है, जिसे भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रायोजित किया है। शिष्टमंडल ने भारतीय निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा से मुलाकात की और उनके साथ भारतीय निर्वाचन प्रणाली के उत्कृष्ट व्यवहारों पर चर्चा की।
भारतीय निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा ने प्रतिनिधियों से कहा कि हाल के वर्ष में विश्वभर में लोकतंत्र की गहरी जड़ें और भूमंडलीकरण अतिमहत्वपूर्ण गतिविधियों में शामिल है। उन्होंने कहा कि रचनात्मक सहयोग से कई चुनौतियों पर विजय प्राप्त की गई है और भारतीय निर्वाचन आयोग के सामने भी कई चुनौतियां हैं, जिनमें बड़ी आबादी के मद्देनज़र समावेशी निर्वाचन सूची सुनिश्चित करना, प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल, सोशल मीडिया का गलत उपयोग और धनशक्ति का दुरुपयोग शामिल है। उन्होंने प्रतिनिधियों को बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग सभी हितधारकों के साथ परामर्श प्रक्रिया में विश्वास करता है एवं निष्पक्ष व विश्वसनीय चुनाव कराना हमारी प्राथमिकताओं में है और साल दर साल स्वतंत्र, निष्पक्ष और विश्वसनीय चुनाव कराने में आयोग सफलता भी प्राप्त करता आया है।
उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा ने शिष्टमंडल का स्वागत किया और उन्हें भारत में चुनाव प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने विश्व की सबसे बड़ी चुनाव प्रक्रिया के प्रबंधन में निर्वाचन आयोग के कार्य और उसकी भूमिका के बारे में शिष्टमंडल के समक्ष एक प्रस्तुतिकरण दिया, संसदीय चुनाव 2014 पर एक लघु फिल्म दिखाई गई और उसके बाद एक प्रश्नोत्तरी सत्र भी हुआ। प्रतिनिधियों के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट का प्रदर्शन भी किया गया। ब्रीफिंग के दौरान निर्वाचन आयोग के महानिदेशक धीरेंद्र ओझा और निदेशक पद्मा अंगमो भी उपस्थित थीं।