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साइबर युद्ध के प्रति सचेत रहें-उपराष्‍ट्रपति

पुलिस अनुसंधान व विकास ब्‍यूरो का स्‍थापना दिवस

'भारत में कुछ अपने कहे जाने वालों से भी है ख़तरा'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 28 August 2018 02:31:44 PM

vice president m. venkaiah naidu addressing

नई दिल्ली। उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने कहा है कि साइबर युद्ध के नए युग में केवल ज्ञान आधारित शक्ति से ही इस नए शत्रु से लड़ा जा सकता है। उपराष्‍ट्रपति ने यह बात पुलिस अनुसंधान और विकास ब्‍यूरो यानी बीपीआरएंडडी के 48वें स्‍थापना दिवस पर जन समुदाय को संबोधित करते हुए कही। उपराष्‍ट्रपति ने हजारों मील दूर बैठे इंटरनेट हैकरों के साइबर हमलों के प्रति पुलिस और देश के हितधारकों को आगाह किया और कहा कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले इन हमलों से निपटने के लिए पुलिस बल को और ज्यादा सशक्‍त और जागरुक बनाया जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि साइबर ज्ञान में आज उच्च दक्षता की जरूरत है और यहां यह भी देखना होगा कि भारत में इसपर सतत निगरानी की जाए।
उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडु ने कहा कि बीपीआरएंडडी को राष्‍ट्रीय सुरक्षा के नए खतरों से निपटने के लिए पुलिस व्‍यवस्‍था में सर्वोत्तम अभ्यासों, नीतियों और प्रक्रियाओं को शामिल करना चाहिए। वेंकैया नायडु ने कहा कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए पुलिसबलों में ज्ञान और कौशल के साथ-साथ नवोन्‍मेष करने, निरंतर सुधार करने और क्रियांवित करने की योग्‍यता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें समृद्ध भारत और सुरक्षित भारत, दोनों की आवश्‍यकता है, सक्षम भारत के अभाव में हमें सुरक्षित भारत नहीं मिल सकता। वेंकैया नायडु ने कहा कि साइबर खतरों एवं भविष्‍य के खतरों से निपटने के लिए सरकार और निजी क्षेत्र को एक संयुक्‍त व्‍यवस्‍था विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि साइबर खतरों से निपटने के लिए और साइबर अपराध की जांच के लिए देश के सभी पुलिसबलों को सक्षम और सशक्‍त बनाया जाना जरूरी है।
गौरतलब है कि भारत के लिए साइबर हमले बहुत बड़ी समस्या बन गए हैं। यद्यपि भारत सरकार दावा करती है कि उसका साइबर सुरक्षा तंत्र इन खतरों से निपट रहा है, लेकिन सबसे खतरनाक बात यह है कि भारत के ही साइबर तंत्र में ही अपने कहे जाने वाले कुछ लोग सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। हाल के दिनों में साइबर अपराध के ऐसे अनेक मामले सामने आए हैं, जिनमें भारतीय या भारतीय मूल के लोग संलिप्त पाए गए हैं। भारत सरकार के लिए इनसे निपटना बहुत चुनौतीपूर्ण है, इन्हीं तत्वों के कारण भारत की छवि भी प्रभावित हो रही है। उपराष्ट्रपति ने जो चिंता प्रकट की है, वह तथ्यात्मक एवं अत्यंत गंभीर है, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। स्‍थापना दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृह राज्‍यमंत्री किरेन रिजिजू और गणमान्‍य नागरिक भी उपस्थित थे।

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