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Saturday 1 September 2018 02:45:56 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हिंदी में लिखी पुस्तक ‘द रियल मोदी’ का राजभवन में सामूहिकरूप से विमोचन किया। पुस्तक के लेखक पत्रकार अरविंद चतुर्वेदी हैं। इस अवसर पर राज्य के मंत्री रमापति शास्त्री, मंत्री एसपी सिंह बघेल, सांसद जगदम्बिका पाल और विशिष्टजन उपस्थित थे। विमोचन कार्यक्रम में बताया गया कि इस पुस्तक की क्रय राशि का कुछ अंश पत्थर तोड़ने वाले मजदूरों के बच्चों के लालन-पालन एवं शिक्षा के लिए दिया जाएगा।
राज्यपाल राम नाईक ने इस अवसर पर कहा कि यह एक विशेष पुस्तक है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन, कार्य एवं नेतृत्व का विश्लेषण करती है। उन्होंने कहा कि किसी को लग सकता है कि यह पुस्तक राजनैतिक है पर मैं समझता हूं कि यह देश के प्रधानमंत्री के बारे में है, समाज उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जानना चाहता है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तित्व और कृतित्व किसी से भी छिपा नहीं है और उनके बारे में नया बताने के लिए कुछ नहीं है, तथापि राज्यपाल राम नाईक ने यह बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि समाज उनके व्यक्तित्व और कृतित्व के बारे में जानना चाहता है। उनका कहना था कि पुस्तक के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिचय सामने आता है, सवाल ये है कि क्या नरेंद्र मोदी का परिचय कोई और भी है?
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभाव भरे बचपन से लेकर उनके विभिन्न भूमिकाओं में कार्य का रोचक वर्णन है। राज्यपाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी का जीवन प्रकाश पुँज है, जिससे अन्य लोगों को प्रेरणा मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने जब यह पुस्तक पढ़नी शुरू की तो पता नहीं चला कि रात कब बीत गई। राम नाईक ने लेखक अरविंद चतुर्वेदी के वाक्य कि ‘मोदीजी के परिजनों एवं जानने वालों से व्यक्तिगत रूपसे मिलकर जानकारी ली गई’ पर कहा कि मैं मोदीजी को पिछले 55 वर्ष से जानता हूं, मगर पुस्तक के लेखक ने नरेंद्र मोदी के बारे में मुझसे मेरा अनुभव नहीं जाना, जबकि राजभवन के दरवाजे सबके लिए खुले हैं। राज्यपाल ने कहा कि चलिए कोई बात नहीं अरविंद चतुर्वेदी ने विमोचन का स्थान राजभवन चुना है, इसलिए इसमें थोड़ा मेरा नाम भी आ जाएगा।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि नरेंद्र मोदी का जीवन अलौकिक है, उनके जीवन की कहानी इस पुस्तक के माध्यम से लोगों तक पहुंचेगी। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मराठी भाषा में लिखी गई यह पुस्तक अब तक हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, उर्दू, संस्कृत में अनुवादित हो चुकी है तथा सिंधी, अरबी, फारसी और जर्मन भाषा में भी शीघ्र आ रही है। उन्होंने कहा कि ‘द रियल मोदी’ पुस्तक का अन्य भारतीय भाषाओं में भी अनुवाद होना चाहिए। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में बोलना वास्तव में सूरज को दीपक दिखाने जैसा है, वे जो भी दायित्व स्वीकार करते हैं, उसको स्वर्णिम इतिहास बना देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत और शौचालय निर्माण योजना को यर्थाथ का रूप दिया है।
भाजपा उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कुछ ही वर्ष में साढ़े तीन सौ से ज्यादा पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। पुस्तक के लेखक अरविंद चतुर्वेदी ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि पुस्तक को चार साल तक जिया है, नरेंद्र मोदी के घर जाकर परिवार वालों, दोस्तों और शिक्षकों से उनके बारे में जानकारी हासिल की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आम नागरिक से प्रधानमंत्री तक का सफर संघर्ष भरा जीवन है, जिसमें उन्हे कुछ नया करने की आदत है। उन्होंने कहा कि यही आदत उन्हें भीड़ में भी असाधारण बनाती है।