स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 8 September 2018 12:25:14 PM
नई दिल्ली। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने 2018 के नारीशक्ति पुरस्कारों के लिए नामांकन आमंत्रित किये हैं। गौरतलब है कि यह इस मंत्रालय का भारत में महिलाओं के लिए सर्वोच्च सम्मान है। ये प्रतिष्ठित पुरस्कार उन महिलाओं एवं संस्थाओं को दिए जाते हैं, जो महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में अनवरत कार्यरत हैं। भारत के राष्ट्रपति प्रत्येक वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारीशक्ति पुरस्कार प्रदान किया करते हैं। यह पुरस्कार अपने 19वें वर्ष में है और इससे समाज में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं के सम्मान के साथ ख्याति प्राप्त होती हैं, वे इसका उल्लास मनाती हैं, जिसके कारण उन्होंने समुदाय में अपने लिए स्थान बनाया है और अपनी आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित किया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने कहा है कि हम 1999 से नारीशक्ति पुरस्कार प्रदान कर रहे हैं और हमने उन उत्साही महिलाओं के व्यापक आंकड़े जुटाए हैं जो अवरोधों से ऊपर उठीं और जिन्होंने नए क्षेत्रों में कदम रखा और समाज के लिए एक अनुकरणीय और स्थायी योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी हम उन महिलाओं और संस्थानों से आगे आकर नामांकन करवाने की अपील करते हैं, जिन्होंने महिला उत्थान के लिए समाज में असाधारण कार्य किया है। वर्ष 2018 के नारीशक्ति पुरस्कारों के लिए नामांकन 31 अक्टूबर 2018 तक खोल दिया गया है। जो महिलाएं नारीशक्ति पुरस्कार हेतु नामांकन करवाना चाहें वे अपना विवरण उप सचिव डब्ल्यूडी एवं आईसी, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कमरा संख्या 632, छठवां तल, शास्त्री भवन, नई दिल्ली 110001 को भेज सकती हैं। आवेदकों से इस पते http://www.wcd.nic.in/award पर जाकर पुरस्कारों के दिशा-निर्देश पढ़ने का अनुरोध किया गया है।
नारीशक्ति पुरस्कार पुरस्कारों के लिए स्व-नामांकन पर भी विचार किया जाता है। चयन समिति स्व-विवेक के आधार पर राज्य सरकारों एवं केंद्रीय मंत्रालयों से भेजे गए नामों के अतिरिक्त नामों पर भी विचार कर सकती है। एक अनुवीक्षण समिति पुरस्कार के लिए प्राप्त नामों की जांच करेगी और उन्हें छांटेगी और इस कार्य के लिए गठित चयन समिति उन व्यक्तियों एवं संस्थाओं की उपलब्धियों पर विचार करेगी, जिनके नाम की संस्तुति सक्षम प्राधिकारी ने की होगी। नारीशक्ति पुरस्कार की विजेताओं की पहचान करने में उनके असाधारण कार्यों को ही सबसे ज्यादा प्रमुखता दी जाएगी। पुरस्कार के अंतिम विजेताओं का चयन एक राष्ट्रीय चयन समिति करेगी और वह अनुवीक्षण समिति द्वारा भेजे गए नामों पर विचार करेगी। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने महिलाओं को राष्ट्रीय विकास का एक अनिवार्य अंग बनाकर उनको समान अवसर उपलब्ध कराने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है। मंत्रालय नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं की अपराजेय अदम्य क्षमताओं को भी नमन करता है, जो कि भावी पीढ़ियों के लिए मार्ग दर्शक बन गई हैं।