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Thursday 13 September 2018 12:56:55 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीन भारत पुरातात्विक सर्वेक्षण दिल्ली सर्किल ने खिड़की मस्जिद के परिसर से तांबे के 254 सिक्कों का खजाना खोजा है। एएसआई ने खिड़की मस्जिद के अनुरक्षण के लिए जब क्षेत्र की सफाई शुरू की तब ये सिक्के मिले। खिड़की मस्जिद का निर्माण फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ के प्रधानमंत्री खान-ए-जहान जुनैन शाह ने 1380 में करवाया था। मस्जिद के अंदर बनी खूबसूरत खिड़कियों के कारण इसका नाम खिड़की मस्जिद है। यह मस्जिद खिड़की गांव के दक्षिणी छोर पर है। माना जाता है कि यह मस्जिद जुनैन शाह निर्मित 7 मस्जिदों में से एक है।
भारत पुरातात्विक सर्वेक्षण को सफाई के दौरान मस्जिद के प्रवेशद्वार के निकट मध्यकालीन भारत के केवल ये ही तांबे के 254 सिक्कों का खजाना नहीं मिला है, अपितु अन्य जगहों पर भी अनुरक्षण और खुदाई के समय ऐसा खजाना मिलता रहा है। तांबे के सिक्कों का खजाना मिलते ही और भी खजाने की संभावना को देखते हुए पुरातत्वशास्त्रियों का एक दल संरक्षण सहायक और फोटोग्राफर तुरंत स्थल पर पहुंचे और सिक्कों को अपने कब्जे में लिया। भारत पुरातात्विक सर्वेक्षण की विज्ञानशाखा के विशेषज्ञों ने कुछ सिक्कों को साफ किया, जिनकी प्रारंभिक जांच के आधार पर यह कहा जा सकता है कि ये सिक्के शेरशाह सूरी और उनके उत्तराधिकारियों के शासन के हैं। उल्लेखनीय है कि 2003 में भी इसी परिसर की सफाई और संरक्षण के दौरान 63 सिक्के मिले थे।
पुरातत्व विभाग के दिल्ली सर्किल ने पुरातत्वशास्त्रियों की तकनीकी देखरेख में क्षेत्र में खोज और सफाई शुरू कर दी है, सिक्कों को साफ करने के बाद विशेषज्ञों की मदद से उनपर लिखी इबारत को पढ़ने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। खिड़की मस्जिद खुरदरे पत्थरों से बनी दो मंजिला इमारत है। निचली मंजिल पर कई छोटी-छोटी कोठरियां बनी हुई हैं, चारों कोनों पर खंबे हैं, जिनपर यह इमारत बहुत मजबूती से खड़ी है। पश्चिम दिशा को छोड़कर मस्जिद में तीन दरवाजे हैं और चारों तरफ मीनारें बनी हुई हैं। मुख्य दरवाजा पूर्व की दिशा में खुलता है, ऊपरी मंजिल पर झिर्रीदार खिड़कियां बनी हैं, जिसके कारण इसका नाम खिड़की मस्जिद पड़ा है।