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'भारत-अमेरिका में मूल्यवान सैन्य साझेदारी'

उत्तराखंड में भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास शुरू

भारत-अमेरिका के सैन्य विशेषज्ञों में भी विचार-विमर्श

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 16 September 2018 03:21:01 PM

indo-us, joint military maneuvers

देहरादून। भारत-अमेरिका संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास-2018 की शुरूआत आज उत्तराखंड के चौबटिया में दोनों देशों के राष्ट्रगीतों 'जन गण मन....' एवं 'द स्टार स्पैन्गल्ड बैनर' के साथ हुई। इस अवसर पर दोनों देशों के झंडे फहराये गए और भारतीय एवं अमेरिकी सैनिकों ने एक दूसरे के साथ खड़े होकर समारोह के दौरान दोनों देशों के वरिष्ठ सैन्यधिकारियों को रस्मी सैल्यूट दिए। संयुक्त युद्धाभ्यास में अमेरिकी सेना की ओर से प्रथम इंफेंट्री बटालियन, 23 इंफेंट्री रेजिमेंट, 2 स्टइकर ब्रिगेड कॉम्बैट टीम और 7 इंफेंट्री डिविजन ने प्रतिनिधित्व किया, जबकि भारतीय सेना की ओर से कांगो ब्रिगेड, गरूड़ डिविजन और सूर्या कमान ने प्रतिनिधित्व किया। गरूड़ डिविजन के जनरल ऑफीसर कमांडिंग ने अमेरिकी सैनिकों का स्वागत किया और भारत-अमेरिका के बीच इस प्रकार की साझेदारी को दोनों देशों में प्रजातंत्र, स्वतंत्रता, समानता एवं न्याय के लिए मूल्यवान बताया।
भारतीय एवं अमेरिकी सैनिकों के बीच दो सप्ताह तक चलनेवाले सैन्य युद्धाभ्यास में अमेरिकी सेना और भारतीय सेना की सूर्या कमान की ओर से बराबर संख्या में सैन्य टुकड़ियां हिस्सा ले रही हैं। युद्धाभ्यास के दौरान जवाबी एवं आतंकवाद विरोधी कार्रवाईयों से निपटने में सैनिकों की कार्यकुशलता तथा तकनीकी कौशल भी देखने को मिलेगा। भारत-अमेरिका सैन्य युद्धाभ्यास में दोनों देशों की सेनाओं की ओर से निगरानी, ट्रैकिंग उपकरण, आतंकवादियों से निपटने के लिए विशेष हथियार, विस्फोटक और आईईडी डिटेक्टर्स अथवा नवीनतम संचार उपकरणों का प्रयोग किया जाएगा। भारत-अमेरिका संयुक्त रूपसे किसी भी प्रकार के खतरों से निपटने के लिए एक सुविकसित कुशल ड्रिल को अमल में लाकर योजनाबद्ध तरीके से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे, जिसे संयुक्तराष्ट्र शांति मिशन के लिए ऑपरेशनों में प्रयोग किया जा सके। भारत और अमेरिका के सैन्य विशेषज्ञ पारस्परिक लाभ के लिए विविध विषयों पर एक-दूसरे के अनुभवों को साझा करने के लिए व्यापक विचार-विमर्श भी करेंगे।

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