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Wednesday 17 October 2018 01:07:51 PM
गुरुग्राम। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षाबलों को और भी अधिक सतर्कता बरतने के लिए कहा है, क्योंकि आतंकवादी जनसामान्य और उनपर हमलों के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के 34वें स्थापना दिवस पर उन्होंने कहा कि आतंकवादी प्रचार के लिए सोशल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर लोगों पर वाहनों को चढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की नित नई चुनौतियों को देखते हुए एनएसजी अपने कौशल और तकनीकों को उन्नत कर रहा है, सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया है और साढ़े चार वर्ष के दौरान सुरक्षाबलों की सतर्कता के कारण देश में कोई बड़ा आतंकवादी हमला नहीं हो पाया है। गृहमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षागार्ड को आतंकवादियों के खिलाफ ‘सुदर्शन चक्र’ बताया और कहा कि यह अपने किस्म के किसी भी अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षाबल के बराबर है।
गृहमंत्री ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों में अच्छा तालमेल देखा है, जिसके परिणामस्वरूप सुरक्षा अभियानों में सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में एनएसजी की एक यूनिट तैनात करने का निर्णय लिया है और त्वरित कार्रवाई करने के समय को कम करने के उद्देश्य से एनएसजी के क्षेत्रीय केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, अभी हाल ही में हैदराबाद में ऐसे केंद्र का उद्घाटन किया गया, हालांकि आतंकवादी हमले में पहली कार्रवाई राज्य की पुलिस को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षाबलों को पूरा समर्थन दे रही है और उनके कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार शहीदों के परिवारों के भविष्य के प्रति भी सजग है और उन्हें पर्याप्त वित्तीय सहायता सुनिश्चित करने के उपाय किए गए हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि एनएसजी ने अपनी स्थापना के 34 वर्ष के दौरान देश की सुरक्षा में मजबूत स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुकाबला करने, अपहरण रोकने और नज़दीकी सुरक्षा परिचालनों में बहुआयामी भूमिका निभाने के कारण एनएसजी एक विशिष्ट सुरक्षाबल है, इसने सौंपे गए सभी कार्यों को पूरे समर्पण से पूरा किया है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की जनता ने एनएसजी में पूरा विश्वास व्यक्त किया है और दुश्मन इस बल की क्षमताओं से डरता है। इस अवसर पर उन्होंने सुरक्षाबल के सदस्यों और उनके परिवारों को पुरस्कार और प्रशंसा पत्र प्रदान किए। केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों के महानिदेशक, एनएसजी के पूर्व महानिदेशक, वित्त मंत्रालय और केंद्रीय सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारी भी स्थापना कार्यक्रम में उपस्थित थे।