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Tuesday 23 October 2018 02:34:16 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज वाघा सीमा तक साइकिल यात्रा पर निकले महाराष्ट्र के 30 युवकों के दल को राजभवन से झंडी दिखाकर रवाना किया। महाराष्ट्र से आए साइकिल यात्रा दल में 16 से 78 वर्ष की आयु तक के सदस्य हैं, जिनमें चिकित्सक, इंजीनियर, चार्टेड अकाउंटेंट, अधिवक्ता, व्यवसायी और छात्र हैं। महाराष्ट्र के वसई-विरार का यह साइकिल दल उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड, हरियाणा-पंजाब के रास्ते वाघा सीमा तक 1,200 किलोमीटर की यात्रा करेगा। साइकिल यात्रा का उद्देश्य ईंधन बचाना, प्रदूषण एवं पर्यावरण सुधार, स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देना है।
साइकिल यात्रा दल ने अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर ज्यूरिक से एम्सटर्डम होते हुए स्विटजरलैंड, बेल्जियम, हालैंड और फ्रांस की 1,800 किलोमीटर की यात्रा पूरी की है तथा राष्ट्रीय स्तरपर मुंबई से गोवा, गोवा से मंगलूर, मंगलूर से कन्याकुमारी, कन्याकुमारी से पुद्दुचेरी, पुद्दुचेरी से विशाखापट्टनम, विशाखापट्टनम से कोलकाता, मनाली से लेह तथा पटना से नेपाल तक की यात्रा भी की है। राज्यपाल ने साइकिल यात्रा दल को बधाई दी और कहा कि लखनऊ से वाघा सीमा तक साइकिल यात्रा करना महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बीच हुए सांस्कृतिक आदान-प्रदान के समझौते को आगे बढ़ाने का नया अध्याय है, इसी दृष्टि से उत्तर प्रदेश के राजभवन में 1 एवं 2 मई को दो वर्ष से महाराष्ट्र दिवस का आयोजन किया जा रहा है, जिसके प्रथम वर्ष में श्रीधर फड़के ने ‘रामायण गीत’ प्रस्तुत किया था और इस वर्ष मराठी नाट्य ‘संगीताची वाटचाल’ का मंचन हुआ था। राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उनकी सलाह पर सरकार ने अब यूपी में भी उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन शुरू कर दिया है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार में लोकमान्य बालगंगाधर तिलक के अजर-अमर उद्घोष-स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा के 101 वर्ष पूर्ण होने पर भव्य आयोजन किया है। लखनऊ विश्वविद्यालय में छत्रपति शिवाजी महाराज की अश्वरोही कांस्य प्रतिमा की स्थापना हुई है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए कभी स्वाभिमान से समझौता नहीं किया। साइकिल यात्रा के दल नायक डॉ नितीन थोरवे ने बताया कि साइकिल यात्रा दल ‘जय जवान साइकिलिंग इंडिया टूर’ की स्थापना सन 2000 में हुई थी। साइकिल चलाने से होने वाले लाभों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि टहलने से 250 कैलोरी, साधारण दौड़ से 400 कैलोरी, तेज दौड़ने से 500-600 कैलोरी घटती हैं, परंतु तेज साइकिलिंग से 700-900 कैलोरी घटती है। उन्होंने बताया कि लखनऊ से वाघा सीमा तक की साइकिल यात्रा में 78 वर्षीय उनके पिताश्री विट्ठल थोरवे तथा 16 वर्षीय पुत्र हरीप्रीत थोरवे भी शामिल हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर ‘जय जवान ग्रुप’ की मराठी भाषी स्मारिका ‘प्रवास जगाचा- नाद खुळयांचा’ का विमोचन भी किया।