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Thursday 25 October 2018 05:49:37 PM
करनाल (हरियाणा)। अखिल भारतीय सैनिक स्कूल के प्राचार्यों के 48वें सम्मेलन का आज हरियाणा में करनाल जिले के सैनिक स्कूल कुंजपुरा में प्रारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष भामरे ने किया। उन्होंने प्राचार्यों की नेतृत्व क्षमता और अच्छी संख्या में कैडेटों को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में भेजने पर उनकी सराहना की। रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि सैनिक स्कूल जनसाधारण के बच्चों के लिए गुणवत्ता सम्पन्न पब्लिक स्कूल शिक्षा का द्वार खोल रहे हैं, वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के सहायक संस्थान के रूपमें सेवा दे रहे हैं और सशस्त्रबलों के अधिकारी संवर्ग में क्षेत्रीय असंतुलन को दूर कर रहे हैं।
रक्षा राज्यमंत्री डॉ सुभाष भामरे ने इन तीनों कसौटियों पर स्कूलों के अच्छे प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन नीति संबंधी विषयों और देश में सैनिक स्कूलों के कामकाज की समीक्षा पर फोकस करेगा। उन्होंने कहा कि देश में सैनिक स्कूलों की मांग बढ़ रही है और सरकार की योजना नए स्कूल स्थापित करने की है। उन्होंने बताया कि चालू वित्तवर्ष में दो नए सैनिक स्कूल झुन्झुनु (राजस्थान) तथा पूर्व सियांग (अरूणाचल प्रदेश) में स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कैडेटों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने और उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों के अनुकूल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। रक्षा राज्यमंत्री ने सैनिक स्कूलों में लड़कियों के नामांकन की चर्चा करते हुए बताया कि सरकार ने सैनिक स्कूलों में लड़कियों को प्रवेश देने का क्रांतिकारी निर्णय लिया है, जो लड़कियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। उन्होंने सभी सैनिक स्कूलों में आवश्यक संरचना विकसित करके इस नीति को शीघ्र लागू करने पर बल दिया।
रक्षा राज्यमंत्री ने हाल में हुई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक के कई महत्वपूर्ण निर्णयों का जिक्र किया और कहा कि उन्होंने प्रत्येक वर्ष बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक सुनिश्चित करने और स्कूलों एवं उनके कामकाज से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर सभी हितधारकों विशेषकर राज्य सरकारों से विचार-विमर्श करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इससे राज्य और स्कूलों के बीच सहयोग घनिष्ठ होगा। रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि सरकार सैनिक स्कूलों के कर्मियों के लिए सातवें केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश के सुजानपुरा तीरा के सैनिक स्कूल के प्राचार्य को प्रतिष्ठित रक्षामंत्री ट्रॉफी प्रदान की। गौरतलब है कि सैनिक स्कूलों ने इस वर्ष राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 140वें पाठ्यक्रम के लिए 105 कैडेट भेजे हैं।