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Friday 26 October 2018 12:05:45 PM
सीतापुर। भारतीय समन्वय संगठन 'लक्ष्य' की टीम और भारतीय बौद्ध उपासक संघ ने 'बहुजन जनजागरण' अभियान के तहत सीतापुर जनपद के अंगरासी गांव में एक कैडर कैम्प आयोजित किया, जिसमें लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के लोगों को शिक्षा, एकता और सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जागरुकता का मूलमंत्र देते हुए प्रेरणा दी कि जिस समाज के लोग जागरुक होते हैं वो अपनी सफलता का रास्ता स्वयं ढूंढ लेते हैं। कैडर कैम्प में बड़ी संख्या में बहुजन समाज के स्त्री-पुरुष युवक-युवतियों की भागीदारी के बीच लक्ष्य कमांडरों ने बहुजन समाज के कल्याण के लिए महापुरुषों के त्याग तपस्या और बलिदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि महात्मा बुद्ध और बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर का जीवनदर्शन बहुजन समाज की प्रगति का आदर्श मार्ग है, इस मार्ग पर चलकर समाज को बराबरी के स्तर पर लाया जा सकता है। लक्ष्य कमांडरों ने इस बात पर चिंता प्रकट की कि बहुजन समाज के ही प्रगतिशील लोग अपने समाज के संघर्षशील लोगों की उपेक्षा करते हैं, उनकी सहायता नहीं करते हैं, जो उन्हें करनी चाहिए।
लक्ष्य कैडर कैंप में लक्ष्य कमांडर मुन्नी बौद्ध ने बहुजन समाज के लोगों से अपील की कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरुक हों, क्योंकि जो लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरुक नहीं होते, उनका ही शोषण होता है, उस समाज में भाईचारे की कमी होती है, इसीलिए वह समाज संघर्ष नहीं कर पाता है और परिणामस्वरूप उनका विकास रुक जाता है एवं कदम-कदम पर उनका शोषण होता है, शासन-प्रशासन भी उनके अधिकारों के प्रति उदासीन रहता है, समाज के लोगों को मूलभूत मानवीय अधिकार भी प्राप्त नहीं होते हैं। लक्ष्य कमांडर ने कहा कि बहुजन समाज के लोग बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर के बताए मार्ग को ही अपनाएं। उन्होंने बहुजन समाज में व्याप्त अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार करते हुए कहा कि ये सभी समाज की गंभीर बीमारी हैं और बहुजन समाज इनसे हजारों वर्ष से जकड़ा हुआ है।
लक्ष्य कमांडरों ने दुःख प्रकट किया कि इस बीमारी में समाज के पढ़े-लिखे लोग भी बुरी तरह से जकड़े हुए हैं और जबतक बहुजन समाज इन बीमारियों से नहीं बचेगा, उसका उद्धार होना सम्भव नहीं है। लक्ष्य कमांडर सीमा गौतम ने लड़कियों को शिक्षा प्रदान करने पर जोर देते हुए उसके लाभ विस्तार से बताए। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को शिक्षित अवश्य करना चाहिए, चाहे उसके लिए कितने भी कष्ट क्यों न उठाने पड़ें। उन्होंने कहा कि जो समाज शिक्षित होता है, वही समाज विकास कर पाता है। उन्होंने बेटे-बेटियों में भेद न करने की सलाह दी और कहा कि बेटी को शिक्षित करने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। सरोजनी गौतम और भाग्यशालिनी ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे। लक्ष्य कमांडर बनवारी लाल गौतम, गोपीनाथ गौतम और गयाप्रसाद प्रभाकर ने तथागत गौतम बुद्ध की शिक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बुद्ध का मार्ग ही मानव कल्याण का मार्ग है। उन्होंने बहुजन समाज के लोगों से अपील की कि वो अपने कल्याण के लिए अन्य मार्गों पर भटकने की बजाय बुद्ध के मार्ग पर चलें।