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Wednesday 31 October 2018 04:42:26 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज भारत के गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री रहे सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा है कि इस वर्ष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती विशेष और अभूतपूर्व है, क्योंकि इस वर्ष उनकी जयंती पर नर्मदा नदी के तट पर उनकी 182 मीटर ऊंची ‘एकता की प्रतिमा’ का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार ऊंचाई में हिमालय का, पवित्रता में गंगाजी का, गहराई में समुद्र का सर्वोच्च स्थान है, इसी श्रेणी में लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘एकता की प्रतिमा’ भी शामिल हो गई है, यह प्रतिमा भारतवासियों की ओर से लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि है।
राज्यपाल राम नाईक सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर विधानभवन के समक्ष ‘राष्ट्रीय अखंडता दिवस’ कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल की इस प्रतिमा का निर्माण अलग ढंग से हुआ है, इसका निर्माण देशभर के किसानों से एकत्रित पुराने औजारों के लोहे में और लोहा मिलाकर किया गया है, इससे सभी भारतीयों विशेषकर किसानों को इस प्रतिमा के निर्माण में अपने योगदान की अनुभूति होगी। उन्होंने कहा कि लौहपुरुष की यह प्रतिमा देशवासियों को दृढ़ता, स्नेह, एकता और अखंडता का संदेश देगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत माता का महान सपूत बताते हुए कहा कि उन्होंने प्राचीनकाल से ही सांस्कृतिक इकाई रहे भारतवर्ष की राजनीतिक एकता को साकार किया। उन्होंने कहा कि उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति तथा प्रखर राष्ट्रभक्ति से ही भारत की वर्तमान राजनीतिक एकता सम्भव हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने आजादी के समय अंग्रेजों की कुत्सित चालों को बेनकाब करने के साथ ही, देश की सांस्कृतिक सीमाओं को राजनीतिक सीमाओं में बदलने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई। उन्होंने अपनी संकल्प शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधा। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण देश आज लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार बाबासाहब डॉ भीमराव आंबेडकर भारतीय संविधान के शिल्पी हैं, उसी प्रकार लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल भारत गणराज्य के शिल्पकार हैं। उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय अखंडता दिवस के रूपमें मनाने के निर्णय तथा इस अवसर पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूपमें उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वास जताया कि प्रतिमा के माध्यम से सरदार वल्लभभाई पटेल का व्यक्तित्व और कृतित्व लोगों के सामने आएगा, साथ ही वर्तमान और भावी पीढ़ी को देश की एकता और अखंडता के लिए प्रेरित करेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘रन फॉर यूनिटी’ दौड़ का झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर विभिन्न पुलिस बलों एवं शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों की परेड की राज्यपाल राम नाईक ने सलामी भी ली। इससे पूर्व राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने जीपीओ पार्क में लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री राजेश अग्रवाल, रीता बहुगुणा जोशी, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, मुकुट बिहारी वर्मा, मोहसिन रजा, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, जनप्रतिनिधि, मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडेय, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।