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Saturday 3 November 2018 12:48:23 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने उत्तर प्रदेश सरकार के सार्वजनिक उद्यम विभाग में अपर मुख्य सचिव डॉ पीवी जगनमोहन के हिंदी कविता संग्रह ‘तीन तलाक’ का राजभवन में विमोचन किया। डॉ पीवी जगनमोहन की यह 15वीं कृति है। राज्यपाल ने डॉ पीवी जगनमोहन का अभिनंदन करते हुए कहा कि तमिलभाषी होते हुए भी हिंदी में रचना करना उनकी विशेषता है। उन्होंने कहा कि डॉ पीवी जगनमोहन का व्यक्तित्व बहुआयामी है, उन्होंने तमिल, हिंदी और अंग्रेजी भाषा में रचनाएं की हैं तथा उन्हें अनेक सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। राज्यपाल ने कहा कि आईएएस अफसरों के पास बहुत काम होता है, व्यस्तता के बीच समय निकालना बड़ी बात है।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उनके पास सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की शिकायतें आती हैं कि वे काम नहीं करते, पर डॉ पीवी जगनमोहन अपना दायित्व पूरी जिम्मेदारी से निभाते हैं, इसलिए उनकी अभी तक कोई शिकायत नहीं प्राप्त हुई है। राज्यपाल ने कहा कि डॉ पीवी जगनमोहन की रचनाएं सरल और सादे शब्दों में हैं, जो सहजता से हृदय तक पहुंचती हैं। उन्होंने कहा कि डॉ पीवी जगनमोहन ने बड़े ही सुंदर ढंग से अपनी बात को पाठकों के सामने लाने का काम किया है, पुस्तक का शीर्षक ‘तीन तलाक’ अर्थपूर्ण है, जिसे देखते ही पुस्तक को लोग पढ़ना चाहेंगे। राम नाईक ने कहा कि साहित्य रचना के माध्यम से ज्ञान लोगों तक पहुंचता है, पाठक पुस्तक को खरीदकर पढ़ते हैं तो उसका ज्यादा ख्याल रखते हैं तथा खरीदने से लेखक और प्रकाशक दोनों का लाभ होता है। उन्होंने कहा कि कविता संग्रह का अन्य भाषाओं में भी अनुवाद होना चाहिए।
डॉ पीवी जगनमोहन ने इस अवसर पर कहा कि हिंदी एकमात्र भाषा है, जो देश को एकता के सूत्र में बांधती है। उन्होंने कहा कि एक साल आठ माह पूर्व जब पूरे देश में ‘तीन तलाक’ का मुद्दा एक ज्वलंत मुद्दा था तो इस मुद्दे को लेकर उन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे अनेक मुद्दों पर जो समाज पर असर डालते हैं, उनको उन्होंने कविता के रूपमें अपने संग्रह में प्रस्तुत किया है। मिराज हैदर ने कहा कि डॉ पीवी जगनमोहन ने अपनी सेवा के साथ इंसाफ करते हुए साहित्य के माध्यम से भी समाज की सेवा की है। कार्यक्रम में ‘मेरा हक फाउंडेशन’ की अध्यक्ष फरहत नकवी ने भी विचार व्यक्त किए। इस दौरान अपर मुख्य सचिव राज्यपाल हेमंत राव, पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रभात प्रकाशन के प्रभात कुमार और अवकाश प्राप्त आईएएस अधिकारी आर रमणी भी उपस्थित थे।