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Tuesday 13 November 2018 03:09:44 PM
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में राष्ट्रीय राजमार्गों, अंतर्देशीय जलमार्गों और सीवर ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कहा है कि हम सभी की इच्छा है कि दुनिया के सबसे प्राचीन शहर काशी की गरिमा और सबसे अच्छी सुविधा का ऐसा संगम हो कि काशी की स्मृति, यहां आने वालों के जीवन में अमिट हो जाए, वे बार-बार यहां आएं, ऐसा माहौल पैदा हो। उन्होंने कहा कि देश में चार वर्ष में अगली पीढ़ी के परिवहन ढांचे का निर्माण हुआ है, जिसमें दूर-दराज के क्षेत्रों में हवाईअड्डों का निर्माण, देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क का विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों सहित देशभर में सड़कों का सुदृढ़ नेटवर्क शामिल है। उन्होंने कहा कि ये उपलब्धियां भाजपा सरकार की पहचान बन गई हैं। प्रधानमंत्री ने गंगा नदी पर 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत से बना अंतर्देशीय जलमार्ग मल्टी मॉडल टर्मिनल राष्ट्र को समर्पित किया और कहा कि यह परियोजना हमें अपने गौरवशाली अतीत से जोड़ेगी और इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश का देश के पूर्वोत्तर भागों से संपर्क जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि देश का ये पहला कंटेनर सिर्फ माल ढुलाई की एक प्रक्रिया का हिस्सा नहीं, बल्कि न्यू इंडिया के न्यू विज़न का जीता-जागता सबूत है, यह उस सोच का प्रतीक है, जिसमें देश के संसाधनों और देश के सामर्थ्य पर भरोसा किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि करीब-करीब ढाई हज़ार करोड़ रुपये से ज्यादा के ये प्रोजेक्ट बदलते हुए बनारस की तस्वीर को और भव्य एवं दिव्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बाबतपुर हवाईअड्डा और वाराणसी के बीच आधुनिक सड़क बनने से देश के सभी भागों के पर्यटक इस क्षेत्र के प्रति आकर्षित होंगे। उन्होंने कहा कि संचार सुविधाओं से न केवल अवसरों में बढ़ोत्तरी होती है, बल्कि लोगों का भरोसा और विश्वास भी बढ़ता है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग भी राष्ट्र को समर्पित किए, जिनके निर्माण में 1571.95 करोड़ रुपये की लागत आई है। इनमें 16.55 किलोमीटर लंबे वाराणसी रिंगरोड फेज़-1 का निर्माण कार्य 759.36 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया गया है, बाबतपुर-वाराणसी के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 56 पर 17.25 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण पर 812.59 करोड़ रुपये की लागत आई है, बाबतपुर हवाईअड्डा राजमार्ग वाराणसी को हवाईअड्डे के साथ ही जौनपुर, सुल्तानपुर और लखनऊ से भी जोड़ता है। उन्होंने कहा कि वाराणसी से हल्दिया के बीच फरक्का, साहिबगंज, बक्सर में 5 हजार करोड़ से ज्यादा खर्च करके अनेक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं, इस वॉटरवे से उत्तर प्रदेश ही नहीं बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल यानि पूर्वी भारत के एक बड़े हिस्से को बहुत बड़ा फायदा होगा।
सड़क परिवहन व राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी भी इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि गंगा नदी में पर्याप्त जल सुनिश्चित करने के भी उपाय किए जा रहे हैं, इसके लिए नदी के प्रारंभिक स्थान गंगोत्री से लेकर पश्चिम बंगाल में अंतिम बिंदु गंगा सागर तक विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ के दौरान वाराणसी और प्रयागराज के बीच नौकाएं चलेंगी। नितिन गडकरी ने कहा देश में हज़ारों करोड़ रुपये की लागत से 268 जल स्वच्छता परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, हाल ही में गंगा में 80 स्थानों पर जल गुणवत्ता जांच के दौरान 55 स्थानों पर जल स्वच्छ पाया गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर कि इन उपायों के अच्छे परिणाम जल्द ही सामने आएंगे और आगामी मार्च तक 70 से 80 प्रतिशत गंगा स्वच्छ हो जाएगी। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, नगरविकास मंत्री सुरेश खन्ना, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ पांडेय और गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।