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Thursday 15 November 2018 02:39:22 PM
हैदराबाद। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने प्रशासनिक अधिकारियों को नसीहत दी है कि वे लचीलेपन और सामंजस्य के साथ काम करें एवं सरकारी कामकाज के पुराने ढर्रे में सुधार की कोशिश करें। उपराष्ट्रपति ने हैदराबाद में डॉ मर्री चन्ना रेड्डी मानव संसाधन विकास संस्थान में 93वें बुनियादी पाठ्यक्रम पर प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत में कहा कि स्वराज्य को सुराज में बदलने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक और प्रत्येक व्यक्ति को जीवन की बेहतरी महसूस होनी चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह मालूम होना चाहिए कि प्रशासनिक अधिकारियों पर देश की उम्मीदें और आकांक्षाएं टिकी हैं।
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने लौहपुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करते हुए कहा कि अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा का विचार उन्होंने ही दिया था, वे संयुक्त भारत में विश्वास रखते थे, जो एक सक्षम उच्च नागरिक सेवा के बिना पूरा नहीं हो सकता। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि उनके जैसे नेता हमारे लिए मूल्यवान धरोहर छोड़ गए हैं, इन नेताओं ने हर नागरिक के लिए वास्तविक स्वतंत्रता का स्वप्न देखा था। वेंकैया नायडू ने प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की कि वे मिलकर काम करें और अपने अनुभवों से एक-दूसरे का सहयोग करें, ताकि भारत का विकास सही दिशा में हो सके।
उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों से कहा कि वे भारत और भारत के बाहर से उत्कृष्ट व्यवहारों की सीख प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों कोसंवेदना, कुशलता, निष्पक्षता और सत्यनिष्ठा को मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूपमें अपनाना चाहिए, ताकि वे कारगर और जवाबदेह तरीके से प्रशासनिक काम कर सकें। इस अवसर पर तेलंगाना के गृहमंत्री नायनी नरसिम्हा रेड्डी, डॉ मर्री चन्ना रेड्डी मानव संसाधन विकास संस्थान के महानिदेशक वीपी आचार्य, शिक्षक और विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले 316 से अधिक प्रशिक्षु अधिकारी उपस्थित थे।