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Thursday 15 November 2018 06:00:33 PM
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज राजभवन में नागालैंड के 24 छात्रों के एक दल ने भेंट की। छात्रों का यह दल सद्भावना की दृष्टि से असम रायफल की ओर से ‘राष्ट्रीय एकीकरण शैक्षिक यात्रा’ पर आज लखनऊ आया था। छात्र दल का नेतृत्व 7 असम रायफल के कैप्टन प्रशांत गारकर कर रहे थे। छात्रों में कक्षा 7 से 9 तक के विद्यार्थी हैं, जो नागालैंड के सुदूर क्षेत्रों के रहने वाले हैं। राज्यपाल ने इस अवसर पर छात्रों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत विविधताओं वाला देश है, जहां अनेक धर्म और भाषाओं के लोग रहते हैं और अनेकता में एकता भारत की विशेष पहचान है। उन्होंने छात्रों से कहा कि उनका परम धर्म ज्ञान अर्जन करना है, केवल किताबी कीड़ा न बनें, बल्कि खेल-कूद और व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दें।
राज्यपाल राम नाईक ने इस दौरान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु की बात का जिक्र करते हुए छात्रों से कहा कि वे तीन ‘एम’ पर ध्यान दें, पहला माता-पिता और गुरूजनों का सम्मान करें, दूसरा मातृभाषा तथा तीसरा मातृभूमि पर अभिमान करें। राज्यपाल ने कहा कि भारत हमारी मातृभूमि है, हम सबको उसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सेना हमारी मातृभूमि की सुरक्षा करती है। राम नाईक ने छात्रों को बताया कि उत्तर प्रदेश का अनेक दृष्टि से महत्व है, यहां भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली है और 22 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश से विश्व के केवल 3 देशों चीन, अमेरिका एवं इंडोनेशिया की आबादी अधिक है। उन्होंने छात्रों को बताया कि उत्तर प्रदेश से लोकसभा में 80 सांसद जाते हैं, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 9 प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश ने अबतक देश को दिए हैं।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि नागालैंड राज्य की आबादी 31 लाख है, जबकि लखनऊ शहर की आबादी 35 लाख है। उन्होंने छात्रों को संविधान के अंतर्गत राज्यपाल के दायित्व और कर्तव्यों के बारे में भी बताया और कहा कि नागालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य भी मुंबई निवासी हैं, जिनसे 30 वर्ष से उनकी मित्रता है। इस मौके पर कैप्टन प्रशांत गारकर ने राज्यपाल को 7 असम रायफल की ओर से प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट किए। उन्होंने बताया कि यह दल लखनऊ के बाद कोलकाता भ्रमण पर भी जाएगा। राज्यपाल के विशेष सचिव डॉ अशोक चंद्र और विद्यालय के शिक्षक भी उपस्थित थे।